ऊखीमठ! द्वादश ज्योतिर्लिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि महाशिवरात्रि पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में पंचाग गणना के अनुसार घोषित कर दी गयी है! भगवान केदारनाथ के कपाट 6 मई को अमृत बेला पर 6:25 मिनट पर वृष लगन में ग्रीष्मकाल के लिए विधि – विधान से खोले जाएंगे, जबकि केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा 1 मई को शीतकालीन गद्दी ओकारेश्वर मन्दिर में सम्पन्न होगी तथा 2 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से कैलाश के लिए रवाना होगी! इस बार भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली का विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी में अतिरिक्त रात्रि प्रवास होगा! महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में रावल भीमाशंकर लिंग, विद्वान आचार्यों व हक – हकूधारियो की मौजूदगी में घोषित तिथि के अनुसार 1 मई को भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में केदार पुरी के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ की पूजा अर्चना विधि विधान से सम्पन्न की जायेगी! लोक मान्यताओं के अनुसार भैरव पूजन के बाद भैरवनाथ केदार पुरी को रवाना हो जाते है! 2 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर से भक्तों के जयकारों व आर्मी की बैण्ड धुनों के साथ कैलाश के लिए रवाना होगी तथा विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीष देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी पहुंचेगी! 3 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली गुप्तकाशी से रवाना होकर नाला, नारायण कोटी, मैखण्डा यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए द्वितीय रात्रि प्रवास के लिए फाटा पहुंचेगी! 4 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली फाटा से रवाना होकर शेरसी, बडा़सू रामपुर, सीतापुर, सोनप्रयाग यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीष देते हुए अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए गौरीमाई मन्दिर गौरीकुण्ड पहुंचेगी तथा 5 मई को गौरीकुण्ड से रवाना होकर जंगलचट्टी, भीमबली, लिनचोली होते हुए केदारनाथ धाम पहुंचकर भण्डार गृह में विराजमान होगी तथा 6 मई को 6:25 पर वृष लगन में भगवान केदारनाथ के कपाट विधि – विधान से जय शंकर जय केदार के उदघोष के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें ! इस मौके पर विधायक मनोज रावत,भापजा जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, मन्दिर समिति अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, सदस्य श्रीनिवास पोस्टर,पूर्व नगर पालिका अध्य्क्ष गौचर मुकेश नेगी, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, जिपस रीना बिष्ट, केदार सभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, रघुवीर पुष्वाण, श्रीमती जगदम्बा उनियाल,कुवरी बर्त्वाल, सुमन जमलोकी, पूर्व कार्यधिकारी अनिल शर्मा, बिशेष कार्यधिकारी राकेश सेमवाल, डा0 हरीश गौड़, यदुवीर पुष्वाण, विनोद कुमार सिमल्टी,देवानन्द गैरोला सहित मन्दिर समिति पदाधिकारी, अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, विद्वान आचार्य , हक – हकूकधारी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे ! बाक्स न्यूज – मन्दिर समिति ने आगामी यात्रा सीजन वर्ष 2022 के लिए प्रधान पुजारियों को विभिन्न तीर्थ स्थलों में पूजा की जिम्मेदारी दे दी है! जानकारी देते हुए कार्यालय अधीक्षक राजकुमार नौटियाल ने बताया कि टी गंगाधर लिंग को केदारनाथ धाम में प्रधान पुजारी की जिम्मेदारी दी गयी है जबकि शिव शंकर लिंग मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी होगे तथा शशिधर लिंग विश्वनाथ मन्दिर, शिव लिंग ओकारेश्वर मन्दिर तथा बांगेश लिंग को अतिरिक्त पुजारी की जिम्मेदारी दी गयी है! बाक्स न्यूज – भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में शीतकाल में 11940 भक्तों ने दर्शन किये! बता दे कि विगत वर्ष भगवान केदारनाथ के कपाट 6 नवम्बर को शीतकाल के लिए बन्द हुए थे तथा 8 मई को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में विराजमान हुई थी! 6 नवम्बर से 1 मार्च तक भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में 11940 भक्तों के पूजा – अर्चना कर पुण्य अर्जित किया! वही दूसरी ओर महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में दिल्ली निवासी प्रेम रस्तोगी, अनिल गोयल, नरोत्तम गर्ग, श्याम सुन्दर शर्मा द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया!
महा शिवरात्रि पर्व पर भोले के जयकारों से गूंज उठे शिवालय, कल्पेश्वर मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ - संजय कुंवर की रिपोर्ट
Tue Mar 1 , 2022