चमोली : ऐतिहासिक राज्य स्तरीय गौचर मेला इस बार बहुआयामी अंदाज में देखने को मिलेगा। मेले में राज्य की लोक संस्कृति की आकर्षक झलक के साथ राष्ट्रीय स्तर के कई कार्यक्रम भी शामिल किए जाएंगे। मंगलवार को जिलाधिकारी/मेला अध्यक्ष हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में क्लेक्ट्रेट सभागार में गौचर मेले की अंतिम बैठक हुई। जिसमें मेले को भव्य स्वरूप देने और मेले के दौरान विविध कार्यक्रमों पर चर्चा की गई और विभिन्न समितियों एवं उनके दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख चन्द्रेश्वरी देवी एवं गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि मेले के आयोजन को लेकर जो भी सुझाव मिले हैं, उन पर अमल करते हुए यहां की संस्कृति एवं परम्परा को एक धरोहर के रूप में संरक्षित करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। कहा कि इस बार गौचर मेले को आकर्षक एवं भव्य स्वरूप में आयोजन कराया जाएगा। ताकि मेले से सभी लोगों को भरपूर लाभ मिल सके। जिलाधिकारी ने गौचर मेला समिति से जुड़े सभी अधिकारियों को पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश भी दिए। साथ ही मेले के दौरान पेयजल, विद्युत, परिवहन, पार्किंग, साफ-सफाई आदि व्यवस्थाओं के लिए संबधित विभागों को निर्देशित किया।
कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल ने कहा कि गौचर मेला हमारी परम्पराओं से जुड़ा मेला है। हमारी संस्कृति एवं परम्परों को ध्यान में रखते हुए मेले को भव्यता प्रदान की जाए। साथ ही मेले के दौरान लोगों की सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा जाए। कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख चन्द्रेश्वरी देवी ने सभी के सहयोग से मेले को भव्य बनाने की बात कही। इस दौरान गणमान्य नागरिकों ने मेले के सफल आयोजन को लेकर अपने सुझाव दिए। बैठक में एसडीएम/मेलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय, पीडी आंनद सिंह, सीटीओ सूर्य प्रताप सिंह, मेला समितियों के पदाधिकारी, जिला स्तरीय अधिकारी एवं गौचर से आए गणमान्य व्यक्ति आदि मौजूद रहे।