ऊखीमठ : पंच केदारों में तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात व चन्द्र शिला की तलहटी में बसे भगवान तुंगनाथ के धाम में त्रीस जूला महायज्ञ समिति चन्द्र शिला के तत्वावधान में तीन दिवसीय महायज्ञ दूसरे दिन 51जल कलशों से भव्य जल कलश यात्रा निकाली गयी, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर पुण्य अर्जित किया। महायज्ञ के दूसरे दिन भी तुंगनाथ धाम विद्वान आचार्यों के वेद ऋचाओं से गुजायमान हो उठा। विद्वान आचार्यों द्वारा हवन कुण्ड में आहूतियां डालकर विश्व शान्ति व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की जा रही है। बुधवार को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन होगा। मंगलवार को तुंगनाथ धाम में विद्वान आचार्यों ने ब्रह्म बेला पर पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न कर भगवान तुंगनाथ सहित तैतीस कोटि देवी – देवताओं का आवाह्न किया तथा ठीक 10 बजे वेद ऋचाओं के साथ विद्वान आचार्य, सैकड़ों श्रद्धालु तथा त्रीस जूला महायज्ञ समिति के पदाधिकारी गाजे बाजों के साथ तुंगनाथ धाम के निकट प्राकृतिक जल स्रोत पर पहुँचे तथा ब्राह्मणों ने परम्परा के अनुसार प्राकृतिक जल स्रोत व जल कलशों की विधिवत पूजा – अर्चना कर आरती उतारी। ठीक 11 बजे 51 जल कलशो से सजी जल कलश यात्रा यज्ञ स्थल के लिए रवाना हुई तो हर – हर महादेव, हर – हर गंगे के उद्घोषों से सम्पूर्ण भू-भाग गुजायमान हो उठा। ठीक 11 बजे जल कलश यात्रा के तुंगनाथ मन्दिर परिसर पहुंचने पर वहाँ पूर्व से मौजूद सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पुष्प अक्षत्रों से जल कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया। जल कलश यात्रा द्वारा हवन कुण्ड तथा तुंगनाथ सहित सहायक मन्दिरों की परिक्रमा करने के बाद प्रधान कलश से भगवान तुंगनाथ के स्वयभू लिंग सहित सहायक मन्दिरों का जलाभिषेक किया गया तथा शेष कलशों का जल श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप वितरित किया गया! जल कलश यात्रा के बाद विद्वान आचार्यों द्वारा हवन कुण्ड में जौ, तिलहन, जटामांसी, चन्दन, पुष्प, अक्षत्रो सहित अनेक प्रकार की पूजार्थ सामाग्रियो की आहूतियां डालकर कर विश्व समृद्धि की कामना की गयी। इस मौके पर मठापति रामप्रसाद मैठाणी , त्रीस जूला महायज्ञ समिति अध्यक्ष गोपाल सिंह रमोला, चन्द्र प्रकाश मैठाणी, प्रभु दत्त किमोठी , कथावाचक लम्बोदर प्रसाद मैठाणी, भूपेंद्र मैठाणी, मन्दिर समिति यज्ञ प्रभारी प्रकाश पुरोहित, प्रबन्धक बलवीर नेगी, महायज्ञ समिति उपाध्यक्ष तेज राम भटट्, कोषाध्यक्ष त्रिलोक सिंह नेगी, गजेन्द्र सिंह, सचिव त्रिलोक सिंह बर्त्वाल, आशीष मैठाणी, गीता राम मैठाणी, क्षेत्र पंचायत सदस्य सन्तोष नेगी, सन्दीप बर्त्वाल सहित त्रीस जूला महायज्ञ समिति के पदाधिकारी, सदस्य, विद्वान आचार्य व दोनों क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि व सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।
फूलों की घाटी में ख़िला प्रेम और समर्पण की निशानी स्विट्जरलैंड का राष्ट्रीय प्रतीक "एडलवाइस" पुष्प - संजय कुंवर
Tue Aug 2 , 2022