ऊखीमठ। नगर क्षेत्रान्तर्गत प्रति दिन बन्दरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बंदरों के आतंक से नगरवासी बेहद परेशान हैं। महिलाओं,स्कूली बच्चों एवं बुजुर्गों पर बन्दरों का जानलेवा हमले करना आम बात हो गयी है। बंदर अभी तक चार दर्जन से अधिक लोगों पर हमले कर चुके हैं। सोमवार देर सांय को ओंकारेश्वर वार्ड निवासी नर्मदा देवी(56) अपने घर के आंगन में घूम रही थी। बन्दरों ने उनके कंधे पर चढ़कर सिर पर गहरे घाव किए। लहूलुहान स्थिति में उनके परिजनों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ में भर्ती किया गया।
जहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया। विगत डेढ़ माह पूर्व नगर पंचायत,तहसील प्रशासन, वन पंचायत व वन विभाग द्वारा बन्दरों को पकड़ने का प्रयास तो शुरू किया गया लेकिन अप्रशिक्षित होने के कारण सफलता नहीं मिल पाई और अभियान को बंद करना पड़ा। वहीं स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार मामले को गम्भीरता से नहीं ले रही है इसलिए अब आंदोलन की तैयारी करेंगे। स्थानीय व्यापारी नवदीप सिंह नेगी ने बताया कि बन्दरों के आंतक से स्कूली बच्चों व ग्रामीणों का पैदल मार्गों पर चलना दुभर हो रखा है तथा परिजनों को स्कूली नौनिहालों को घरों से स्कूल तक छोड़ने के लिए जाना पड़ रहा है। स्थानीय निवासी पूनम नौटियाल ने बताया कि बन्दरों का आंतक प्रति दिन बढ़ता जा रहा है जिससे स्कूली नौनिहालों व ग्रामीणों में भय बना हुआ है। भटवाडी निवासी प्रकाश रावत ने बताया कि अब बन्दरों का आंतक गांवों में भी हो गया है तथा बन्दरों के आंतक से काश्तकारों का खेती बाड़ी के प्रति मोह भंग होता जा रहा है। स्थानीय व्यापारी अर्जुन रावत ने बताया कि बन्दरों का आंतक से लोग घरों से निकलने के लिए कतरा रहे है।