मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी वरूण चौधरी की अध्यक्षता में हुए साक्षात्कार में 32 बेरोजगार युवाओं का चयन करते हुए 98 लाख की स्वरोजगार योजनाओं की मंजूरी दी गई। साक्षात्कार के लिए 60 आवेदकों को बुलाया गया था जिसमें से 33 लोग ही साक्षात्कार में शामिल हुए। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत इस वर्ष जिले में अभी तक 95 बेरोजगार युवाओं को करीब 3.32 करोड़ का ऋण स्वीकृत किया जा चुका है। एमएसवाई के तहत पाल्ट्री, डेयरी, रेडीमेड गारमेंट, बकरी पालन, फूड प्रोसेसिंग, रेस्टोरेंट, जनरल स्टोर, मोटर रिपेयर इत्यादि क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए ऋण आंवटित किया जाता है।
जिला स्तरीय समिति ने युवाओं की प्रतिभा का बारीकी से परख करते हुए स्वरोजगार के लिए ऋण आवंटन को मंजूरी दी। एमएसएमई के अन्र्तगत विनिर्माण, सेवा व्यवसाय की सभी गतिविधियों के लिए राष्ट्रीयकृत बैकों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि बेरोजगार युवाओं को अपने घर में ही स्वरोजगार मिल सके। चयनित लाभार्थियों को एक सप्ताह के भीतर अपने दस्तावेज संबधित बैंक में जमा कराने को कहा गया है ताकि जल्द से जल्द ऋण आवंटन हो सके।
जिला उद्योग केंन्द्र के सहायक प्रबंधक बी.एस कुंवर ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत सेवा, व्यवसाय, उद्योग आदि विभिन्न क्षेत्रों में स्वरोजगार के लिए 25 प्रतिशत सब्सिडी पर 10 लाख तक का ऋण दिया जा रहा है। जिसमें सामान्य अभ्यर्थी को 10 प्रतिशत मार्जिन मनी तथा अनुसूचित जाति व जनजाति के अभ्यर्थियों को 5 प्रतिशत मार्जिन मनी पर स्वरोजगार के लिए ऋण स्वीकृत किया जाता है।
साक्षात्कार के दौरान एलडीएम प्रताप सिंह राणा, पशु चिकित्सा अधिकारी शीबा हुसैन, मुख्य कृषि अधिकारी राम कुमार दोहरे, मत्स्य निरीक्षक कनक शाह सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे।