केएस असवाल
गौचर : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर चमोली में रविवार से शुरू बुनियादी साक्षरता व संख्यात्मकता को 2026 तक सुनिश्चित करने के लिए निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का तीन दिवसीय सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया। इस प्रशिक्षण में कर्णप्रयाग विकासखंड से 20, नारायणबगड़ विकासखंड से 11 तथा थराली विकासखंड से 14, कुल 45 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
प्राचार्य डायट आकाश सारस्वत ने शिक्षा की बेहतरी के लिए बनी नीतियों, निपुण विद्यालयों की संकल्पनाओं, शिक्षण के तरीकों, सामुहिक जन्मोत्सव, समानता के अवसरों, व्यसन मुक्त समाज व दीवार पत्रिका आदि पर विस्तृत चर्चा की।
एफएलएन जिला समन्वयक गोपाल कपरूवाण ने उद्घाटन सत्र, पंजीकरण, बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के संदर्भ में प्रधानाध्यापक की भूमिका तथा विद्यालय की सामान्य प्रक्रियाएं क्या हैं और इन्हें कैसे सुदृढ़ किया जाय विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। संदर्भ दाता डायट गौचर सुमन भट्ट ने बाल मित्र पुस्तकालय , पुस्तकालय कोने का संचालन तथा रुम टू रीड संस्था देहरादून के प्रशान्त बर्त्वाल ने पुस्तकों का चयन , प्रदर्शन एवं स्तरीकरण, बाल पुस्तकालय प्रबंधन कमेटी, सहपठन, जोड़ो में पठन, मुखर वाचन ,स्वतंत्र पठन विषय पर प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की। जिला संदर्भ दाता अंजना खत्री व विमला रावत ने साक्षरता, साहित्य एवं पुस्तकालय, अभिभावकों एवं समुदाय की भागीदारी तथा रेटिंग सिस्टम पर चर्चा की। अजीम प्रेम जी फाउण्डेशन से नीलम कुंवर ने जेंडर संवेदीकरण, रीमा व गौरव ठाकुर ने सामान्य अकादमिक प्रक्रियाओं में प्रधानाध्यापक की भूमिका व उत्तरदायित्व विषय पर जानकारी प्रदान की गई।
इस प्रशिक्षण के बाद 2 दिवसीय फालोअप प्रशिक्षण आयोजित किया जायेगा। इस अवसर पर डायट संकाय सदस्य कमलेश मिश्रा व नीतू सूद उपस्थित रहे।