अपर निदेशक (मा०शिक्षा) गढ़वाल मंडल महावीर सिंह बिष्ट और वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी प्रो डी आर पुरोहित होंगे दस्तक फूलदेई महोत्सव के मुख्य अतिथि
मन्दाकिनी घाटी में 12 सालों से आयोजित हो रहे फूलदेई महोत्सव एवं घोघा जातरा प्रतियोगिता में इस बार मंडलीय अपर निदेशक मा०शिक्षा, गढ़वाल मंडल, पौड़ी महावीर सिंह बिष्ट और गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर में लोककला निष्पादन केंद्र के निदेशक, वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी प्रोफेसर डी आर पुरोहित
दस्तक फूलदेई महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे।
बताते चलें कि इस बार
गढ़वाल मंडल के समस्त विद्यालयों में पहली बार 14 मार्च को लोकपर्व फूलदेई पर्व मनाए जाने को लेकर अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मंडल महावीर बिष्ट ने समस्त विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को पत्र जारी कर लोकपर्व बनाने के निर्देश जारी किए। जिसके बाद संपूर्ण विद्यालयों में यह लोकपर्व धूमधाम से मनाया गया। इस आदेश के पीछे अपर निदेशक महावीर सिंह बिष्ट बताते हैं कि फूलदेई उत्तराखंड का पौराणिक व पारंपरिक लोकपर्व है। वर्तमान समय में यह पर्व विलुप्ति की कगार पर आ गया है। आज जरूरत पारंपरिक विरासत से नई पीढ़ी को जोड़कर इसे संरक्षित करने में सभी की सहभागित को लेकर है।
वहीं कार्यक्रम में शामिल हो रहे प्रोफेसर डी आर पुरोहित विगत कई वर्षों से उत्तराखंड की लोक-संस्कृति के संरक्षण में कार्य कर रहे हैं।
दस्तक पत्रिका परिवार द्वारा फूलदेई महोत्सव एवं घोघा जातरा प्रतियोगिता का आयोजन मंदाकिनी घाटी की सांस्कृतिक नगरी अगस्त्यमुनि में पिछले 12 सालों से किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में फुलारी बच्चे शामिल होते हैं।
कार्यक्रम के आयोजक हरीश गुसाईं के अनुसार इस बार यह आयोजन रविवार 20 मार्च को स्पोर्ट्स स्टेडियम अगस्त्यमुनि में आयोजित किया जाएगा। इसमें विजयी एवं सभी प्रतिभागी टीमों को नकद धनराशि के साथ ट्राफी भेंट की जाती है। कार्यक्रम के दौरान टीम दस्तक द्वारा पहाड़ में बेहतर कार्य करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए ” उम्मीदों के पहाड़” सम्मान दिया जाएगा। इस वर्ष यह सम्मान केदारघाटी में मांगल गीतों के संरक्षण और लोकगीतों को नई पहचान देने वाली सारी गांव की रामेश्वरी देवी, दुर्गम क्षेत्रों में ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाली महिला स्वास्थ्य कार्यकत्री दर्शनी नेगी और गढ़वाली भाषा में रचनात्मक सृजन करने वाली नवोदित कवियित्री कविता कैन्तुरा को दिया जा रहा है।