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गोपेश्वर। जहां जगह-जगह माँ की पूजा अर्चनाएं व जयकारे लग रहे हैं। वहीं पति व ससुरालियों से पीड़ित एक देवी सिस्टम की लापरवाही का दंश झेल रही है। इस देवी को उसके पति व ससुरालियों ने केवल दर-दर भटकने को छोड़ दिया है बल्कि उसे मातृत्व सुख से भी वंचित किया जा रहा है। दो दिनों से गोपेश्वर में भटक रही इस देवी ने थक हारकर अब जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।
तहसील कर्णप्रयाग की भकुंडा ग्राम पंचायत के विरोली गांव की रहने वाली उमा देवी पर विवाह के बाद से ही दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उमा का कहना है कि चार वर्ष पूर्व उसका विवाह विरोली गांव के भगवती प्रसाद पंत से हुआ था। बताया कि उनसे उसकी एक पुत्री भी है। महिला का कहना है कि लंबे समय से उसके पति व ससुराली उसके साथ मारपीट कर रहे हैं। पीड़िता ने बताया कि लंगासू पुलिस चौकी में उसने सुरक्षा की गुहार लगाई। परंतु पुलिस द्वारा भी मदद नहीं की गई। थक हारकर अब उसने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का कहना है कि उसकी पुत्री को ससुरालियों द्वारा उससे पृथक कर मातृत्व सुख से वंचित किया जा रहा है। उसे भी संयुक्त परिवार से पृथक कर दिया है। बताया कि मजदूरी कर वह किसी तरह अपना पेट पाल रही है। उन्होंने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि उसे गांव में ही पृथक मकान में रहने दिया जाए व उसकी पुत्री को उसे सौंपा जाए। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
चमोली पुलिस ने की पीड़िता की मदद
बीते दिन सुबह ही महिला अपनी शिकायत लेकर जिलाधिकारी के पास आई। परंतु पितृ अमावस्या का अवकाश होने के कारण उसकी जिलाधिकारी से मुलाकात नहीं हो पाई। बदहवास हालत में यह महिला सायं को पैदल ही गोपेश्वर से अपने घर के लिए निकली। चमोली में महिला ने जब अपनी आपबीती कर्णप्रयाग विकासखंड के मंगरोली निवासी पूर्व प्रधान को सुनाई तो उन्होंने एक होटल में महिला को पहले खाना खिलाया। उसके बाद चमोली पुलिस के सामने महिला का मामला रखा। जिस पर चमोली पुलिस ने महिला के रहने की व्यवस्था की।