संजय कुंवर
जोशीमठ : जोशीमठ नगर क्षेत्र में भालू के आतंक से लोग परेशान हैं, शनिवार रात्रि को डांडो गांव में भालू के घुसने से लोग दहशत में आ गए, सूचना पर वन विभाग की टीम ने गश्त लगाकर रातभर पहरेदारी की गई, तब जाकर लोगों ने ली राहत राहतभरी सांस।
शीतकाल शुरू होते ही जोशीमठ नगर क्षेत्र के विभिन्न वार्डों में हर वर्ष भालू का आतंक बना रहता है। भालू कहीं लोगों को घायल भी कर चुके हैं। बावजूद भालू से निपटने के लिए वन विभाग के पास कोई स्थाई विकल्प अभी तक नहीं है, जिसके चलते हर वर्ष वन विभाग भी कुछ दिनों तक गश्त लगाकर कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर देता है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा खामियाजा काश्तकारों को भुगतना पड़ता है, काश्तकारों को हर वर्ष साग-सब्जी, बागवानी, नगदी फसल राजमा, मक्का, चौलाई सहित अन्य फसलों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। वहीं नगर वासियों को अपने नौनिहालों को भी विद्यालयों भेजने में भी असुरक्षा का डर बना रहता है।
पिछले कुछ दिनों से जोशीमठ नगर के मुख्य बाजार से सटे डांडो गांव से लेकर, सुनील, बेलापुर, हरिपुरम,गौरंग, वॉर्ड में शाम ढलते ही भालुओं की धमक शुरू हो रही है। रविग्राम वॉर्ड में तो गैस गोदाम एरिया में दिन के उजाले में ही मादा भालू अपने बच्चों के साथ व्यस्त मलारी हाईवे पर टहलती नजर आ रही है। वहीं डांडो गांव में शनिवार देर रात तक भालू घनी आबादी वाले इलाके के बीच मक्का,राजमा से लकदक खेतों में घुस गया। जिससे गांव में अफरातफरी का माहौल बना रहा। ग्रामीणों द्वारा शोर मचाने और पटाखे जलाने पर भी जब बात नहीं बनी तो भालू भगाने के लिए नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क के रेंज ऑफिसर गौरव नेगी को इसकी सूचना दी गई, वन विभाग की टीम ने गश्त लगाकर रात्रिभर गांव की पहरेदारी की गई, तब जाकर लोगों ने राहत भरी सांस ली। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के वन क्षेत्राधिकारी गौरव नेगी ने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से भी अंधेरे में आवाजाही न करने की अपील की गई।