ऊखीमठ : द्वादश ज्योर्तिलिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने व भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से हिमालय प्रस्थान होने की तिथि पौराणिक परम्पराओं व रीति – रिवाजों के साथ 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व पर पंचाग गणना के अनुसार भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में प्रधान पुजारियों, वेदपाठियो व हक – हकूकधारियों की मौजूदगी में घोषित की जायेगी तथा महाशिवरात्रि पर्व पर ओकारेश्वर मन्दिर में देश – विदेश के श्रद्धालुओं द्वारा भण्डारे का आयोजन किया जायेगा तथा देव स्थानम् बोर्ड द्वारा सत्संग का आयोजन भी किया जायेगा।
भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि घोषित करने के लिए देव स्थानम् बोर्ड ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है तथा देश – विदेश के श्रद्धालुओं का ऊखीमठ आगमन शुरू हो गया है। जानकारी देते हुए देव स्थानम् बोर्ड के अधिकारी राजकुमार नौटियाल ने बताया कि द्वादश ज्योर्तिलिंगों में अग्रणी भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने तथा भगवान केदारनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ से हिमालय प्रस्थान होने की तिथि 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व पर पंचाग गणना के अनुसार घोषित की जायेगी। उन्होंने बताया कि 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी तल्ला नागपुर के सामाजिक कार्यकर्ता व वरिष्ठ अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोडा सहित कई श्रद्धालुओं द्वारा भण्डारे का आयोजन किया जायेगा तथा देव स्थानम् बोर्ड द्वारा सत्संग सभा का आयोजन करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि को लेकर स्थानीय जनता में भारी उत्साह बना हुआ है।