गैरसैंण । भरारीसैण (गैरसैण) में सोमवार को विधान सभा का बजट सत्र शुरू हो गया है। बजट सत्र के दौरान नंदप्रयाग-घाट को डेढ लाइन मोटर मार्ग बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे आंदोलनकारी जब अपनी मांग को लेकर विधान सभा घेराव के लिए पहुंचे तो उन्हें पुलिस की लाठियों व वाटर कैनन का सामना करना पड़ा। पुलिस ने आंदोलनकारियों पर जमकर लाठियां भांजी जिससे कई आंदोलनकारी चैटिल भी हो गये। यहां तक पुलिस ने गांव से आयी वृद्ध महिलाओं को भी नहीं बख्शा और उन पर भी जमकर लाठियों से प्रहार कर डाला।
गैरसैंण में सोमवार से शुरु हुआ बजट सत्र जहां विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरु हुआ। वहीं दूसरी ओर यहां दीवलीखाल से लेकर मालसी तक सड़क पर आंदोलनों हंगामा बरपा रहा। यहां उक्रांद, कांग्रेस और बामपंथी संगठनों के साथ ही घाट ब्लॉक के ग्रामीण बड़ी संख्या में विधानसभा घेराव के लिये पहुंचा। ऐसे में यहां पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हुई नोक-झोंक के चलते यहां पुलिस ने आंदोलनकारियों पर पानी की बौछार का प्रयोग करने के साथ ही जमकर लाठियां भी भांजी। जवाब में आक्रोशित आंदोलनकारियों की ओर से भी यहां पत्थरबाजी की गई।
सोमवार को उक्रांद, कांग्रेस और बामपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ ही घाट-नंदप्रयाग सड़क के डेढ लेन चैड़ीकरण की मांग को लेकर घाट ब्लॉक के ग्रामीण मालसी पहुंचे। जहां पुलिस के साथ करीब 20 मिनट तक हुए नोक-झोंक के बाद आंदोलनकारी बेरियर तोड़ कर पैदल ही विधानसभा की ओर चल पड़े। जिसके बाद सात किमी की पैदल दूरी नापने के बाद आंदोलनकारी जब दीवालीखाल पहुंचे तो यहां पहले से मुश्तैद पुलिस के साथ आंदोलनकारियों के बीच आधे घंटे तक धक्का-मुक्की के बाद पुलिस की ओर से पहले भीड़ को तितर-बितर करने के वाटर कैनन से पानी की बौछार का प्रयोग किया। लेकिन आंदोलनकारी टस से मस नहीं हुए, जिस पर यहां पुलिस ने आंदोलनकारियों पर जमकर लाठियां भांजी। इस दौरान पुलिस की ओर से महिलाओं पर भी लाठियां भांजी गई। जिसके चलते यहां बड़ी संख्या में आंदोलनकारी घायल हो गये हैं। इस दौरान उक्रांद कार्यकर्ताओं ने यहां धरना भी दिया। इस मौके पर बच्चीराम उनियाल, विक्रम सिंह, दीपक फरस्वाण, महिपाल फरस्वाण, भगत सिंह कुंवर, उमेश खंडूरी, विनोद नेगी और अनिल नेगी आदि मौजूद थे।