फूलों की घाटी नेशनल पार्क के वन्य जीवन और संपदा की सुरक्षा हेतु शीतकालीन गश्त जारी
संजय कुंवर
घांघरिया / जोशीमठ : यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क में विशेष निगरानी रखने के लिए पार्क प्रशासन द्वारा इन दिनों घांघरिया फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क में वन्य जीवों और वन संपदाओं की सुरक्षा के मद्देनजर लम्बी दूरी की गश्त बढ़ाई जा रही है।
बता दें की प्रति वर्ष शीतकाल के लिए 31अक्टूबर को विश्व प्राकृतिक धरोहर स्थल फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क आम पर्यटकों के लिए बंद कर दी जाती है, इन दिनों घांघरिया में रुकने की किसी को भी अनुमति नही होती है लिहाजा इस संवेदनशील पार्क क्षेत्र में वन्य जीव तस्करों सहित अन्य वन घुसपैठियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए रखने के लिए पार्क कर्मी लगातार इस क्षेत्र में गश्त करते हैं। यह क्षेत्र इन दिनों बर्फबारी के चलते पूरी तरह आवाजाही के लिए बंद हो जाती है, ऐसे में कई बार भारी बर्फबारी के बीच पार्क के गश्ती दलों को घाटी की निगरानी में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जैव विविधता से भरे इस क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा संभाले वन कर्मी और अधिकारियों को इस विकट विरान इलाकों में रेकी और गश्त करना किसी खतरे से खाली नही है बावजूद इसके विषम भौगोलिक परिस्थितियों और बर्फबारी के बीच पार्क कर्मियों का एक गश्ती दल भ्यूंडार घाटी से आगे बढ़ा लेकिन खराब मौसम और भारी बर्फबारी के चलते कुछ दूरी से वापस पुलना लौट आया है, विदित है कि मौसम खुलने के बाद ही यह गश्ती दल आगे के लिए प्रस्थान करेगा।