पर्यटकों को प्राकृतिक सौन्दर्य और पर्यावरण की जानकारी देगें नेचर गाइड, जिला प्रशासन द्वारा जोशीमठ में 30 युवाओं को दिया जा रहा है नेचर गाइड का विशेष प्रशिक्षण
संजय कुंवर
जोशीमठ : जिला पर्यटन विकास समिति के तत्वावधान में जोशीमठ में 06 दिवसीय नेचर एंड फारेस्ट गाइड प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हो गया है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सभी प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं दी।
युवाओं को प्रेरित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा हर साल जिले में लाखों पर्यटक आते हैं। पर्यटकों को यहां की प्राकृतिक सौन्दर्य को जानने के लिए कुशल एवं अच्छे जानकार नेचर गाइड की जरूरत रहती है। एक अच्छा नेचर गाइड इसमें अहम भूमिका निभा सकते हैं। जो पर्यटकों को यहां के संघन पेड़, पौधों, पुष्पों, वन्यजीवों, पर्वत, झरने, नदियों एवं प्राकृतिक रहस्यों की जानकारी दे सके। इससे पर्यटकों को प्रकृति की जानकारी और नेचर गाइडों को अच्छा स्वरोजगार भी मिलेगा। स्थानीय युवाओं को एक अच्छा प्रकृति गाइड के रूप में करियर शुरू करने के लिए अनुभवी एवं विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के माध्यम से नेचर गाइड का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है। जिसका लाभ यहां के स्थानीय युवाओं को मिलेगा। इस दौरान जिलाधिकारी ने युवाओं को प्रशिक्षण किट भी प्रदान की।
जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों के 30 युवाओं को नेचर गाइड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें 21 युवा और 9 युवतियां शामिल हैं। युवाओं को जोशीमठ में तीन दिनों तक प्रशिक्षण देने के बाद वैली आफ फ्लावर, घांघरिया, हेमकुंड साहिब एवं अन्य ट्रैकिंग स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों के माध्यम से युवाओं को एक अच्छा गाइड बनने के लिए हर तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नेचर गाइड आगे चल कर पर्यटकों से सौम्य व्यवहार के साथ यहां के रीति रिवाज, संस्कृति व पौराणिक धरोहर, प्राकृतिक सौन्दर्य एवं अन्य जानकारी देंगे और इससे अच्छी आजीविका भी अर्जित करेंगें।
नेचर गाइड प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर डीएफओ बीबी मर्तोलिया, वाडिया इंस्टीट्यूट के निदेशक डॉ.कला चन्द्र सैन, जिला पर्यटन अधिकारी एसएस राणा, ईडीसी के अध्यक्ष चंद्रशेखर चौहान, टूर ऑपरेटर अजय भट्ट, प्रशिक्षक डा.मनीष मेहता, प्रताप चौहान, भरत चौहान, विवेक डिमरी आदि मौजूद रहे।