उत्तराखण्ड : जम्मू-कश्मीर में पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में आतंकियों की तलाश में चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान यह मुठभेङ हुई। जिसमें राइफलमैन विक्रम सिंह और राइफलमैन योगंबर सिंह घायल हो गए थे। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उत्तराखंड के दोनों लाल शहीद हो गए। दोनों वीर शहीदों का पार्थिव शरीर उत्तराखंड पहुंच गया है जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर प्रदेश के सैन्य कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने शहीदों को श्रद्धा श्रद्धांजलि अर्पित की जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक निवास के लिए रवाना कर दिया गया।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से हुई मुठभेङ में उत्तराखंड के दो जवान शहीद हो गए थे। इनमें टिहरी निवासी राइफलमैन विक्रम सिंह और चमोली के सांकरी गांव निवासी राइफलमैन योगंबर सिंह शामिल हैं।
आज घर पहुंचेगा पार्थिव शरीर यह मुठभेङ पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में आतंकियों की तलाश में चलाये गए सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई। शुक्रवार सुबह बेटों की शहादत की सूचना मिलते ही दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। शनिवार दोपहर तक दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर उनके आवास पर पहुंचने की संभावना है। टिहरी की गजा तहसील क्षेत्र के ग्राम विमाण गांव निवासी राइफलमैन विक्रम सिंह और योगंबर सिंह गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे। पुंछ जिले के मेंढर में चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों की ओर से हुई गोलाबारी में गंभीर रूप से घायल होने के बाद उत्तराखंड के दोनों लाल शहीद हो गए। विक्रम सिंह के परिजनों को शुक्रवार सुबह 11 बजे बेटे के शहीद होने की सूचना मिली। तहसीलदार रेनु सैनी ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर शनिवार को घर पहुंचेग ।
उधर,पोखरी तहसील के सांकरी गांव निवासी योगंबर सिंह ( 26 ) के शहीद होने की खबर मिलते ही पोखरी क्षेत्र में मातम छा गया। योगंबर सिंह के पार्थिव शरीर को सेना द्वारा सांकरी लाया जा रहा है। शनिवार को पैतृक घाट पर सैनिक सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकी मुठभेड़ के दौरान उत्तराखंड के दो जवानों के शहीद होने पर गहरा शोक व्यक्त किया। मख्यमंत्री ने कह कि राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और योगंबर सिंह ने देश सेवा के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया है, जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता है। मुख्यमंत्री ने दोनों शहीद जवानों के परिजनों को इस दुख की घड़ी में धैर्य रखने की कामना की।