जोशीमठ : चमोली जिले के साथ सीमांत क्षेत्र में खूब बरसा सावन का पहला सोमवार,ज्योतेश्वर महादेव मन्दिर में उमडी शिव भक्तों की भीड़
पहाड़ में आज से सावन महीने का पहला सोमवार है। झमाझम बारिश की फुहारों के बीच तड़के सुबह 4 बजे से ही जोशीमठ के शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी से भारी भीड़ है। भारी बारिश में लोग घण्टों लाइन में लगकर श्रदालु आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित भगवान ज्योतेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर रहे हैं । श्रदालु घण्टों भारी बारिश में भीगकर जबरदस्त आस्था का परिचय दे रहे हैं।
करोड़ों हिंदुओ का आस्था का केंद्र ज्योतेश्वर महादेव मंदिर श्रदालुओ ने भगवान ज्योतेश्वर महादेव भगवान की विल्ब पत्र ,भांग, फूल,दूध ,दही शहद ,तिल ,आदि से जमकर जलाभिषेक कर विशेष पूजा अर्चना कर रहे हैं। यहां पर भगवान शंकर के 11 वे अवतार आदिगुरु शंकराचार्य ने केरल से आकर 5 साल तक घोर तपस्या की थी और यही पर उन्हें अमर कल्पवृक्ष के नीचे दिव्य ज्ञान ज्योति की प्राप्ति हुई थी। और इसी लिए दिव्य ज्ञान ज्योति की वजह से ज्योतेश्वर महादेव कहलाये। यहाँ पर 2500 साल पुराना सनातनी अमर कल्पवृक्ष है ,जिसके नीचे बैठकर आदिगुरू शंकराचार्य ने तपस्या की थी। और इसके नीचे बैठकर कई धार्मिक ग्रन्थ शांकरभाष्य सहित कई गर्न्थो की रचना की। यही से जाकर उन्होंने लुप्त हो रहे सनातन धर्म की रक्षा की और बदरीनाथ धाम जाकर भगवान बदरीनाथ की मूर्ति नारद कुंड से निकाल पुनः मन्दिर में स्थापित किया था। यहीं से आदिगुरु शंकराचार्य ने लुप्त हो रही सनातन धर्म की रक्षा की।