फूलदेई संरक्षण मुहिम के लिए मैठाणी को मिला लोक गौरव सम्मान, लोक संस्कृति महोत्सव-2025″ में उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और समाजसेवियों का हुआ सम्मान
देहरादून : अभ्युदय वात्सल्यम् संस्था द्वारा आयोजित “लोक संस्कृति महोत्सव-2025” ने इस वर्ष भी उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखंड की उपलब्धियों को दर्शाती स्मारिका “देवभूमि उत्तराखंड” का विमोचन किया और समाजसेवा व लोक-संस्कृति के क्षेत्र में योगदान देने वाले विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित किया।
लोक संस्कृति संरक्षण और समाजसेवा के क्षेत्र में विशिष्ट सम्मान
लोक-संस्कृति के संरक्षण और बाल पर्व फूलदेई संरक्षण मुहिम में योगदान के लिए शशिभूषण मैठाणी “पारस” को लोक गौरव सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया।
वहीं, समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए स्वप्निल सिन्हा, शिवशंकर कुशवाहा, रमेश चंद द्विवेदी और विपिन जोशी को विशेष अभ्युदय सम्मान 2025 प्रदान किया गया।
लोक कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियां
संस्था के संस्थापक अशोक मिश्रा ने बताया कि इस महोत्सव में गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी, गोरख्याली, भोजपुरी और अवधी लोक कलाकारों द्वारा पारंपरिक प्रस्तुतियां दी गईं। इसके साथ ही, संस्था द्वारा संचालित पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण और नशामुक्ति अभियान पर जागरूकता कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
कार्यक्रम के दौरान “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” और “करो योग, रहो निरोग” जैसे संदेशों को उजागर करने के साथ ही संविधान के मौलिक अधिकारों पर आधारित एक प्रभावशाली नाटिका प्रस्तुत की गई। इस नाटिका में श्रीशांगी, कुणाल, शिवांश, अभिषेक, समीक्षा, मोहित, आस्था, अर्जुन, दिव्यांशु और सागर ने अभिनय किया।
दूसरे सत्र में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में देहरादून कैंट की विधायक श्रीमती सविता कपूर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। इस दौरान कलाकारों, छात्र-छात्राओं और समाजसेवियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध कवि श्रीकांत श्री ने किया, जिनकी ओजस्वी वाणी ने कार्यक्रम में उत्साह का संचार किया।
संस्था का सतत समाजसेवा प्रयास
संस्था की अध्यक्ष एवं निदेशक डॉ. (श्रीमती) गार्गी मिश्रा ने बताया कि अभ्युदय वात्सल्यम् संस्था महिलाओं, बच्चों और वृद्ध नागरिकों के लिए निरंतर कार्यरत है और पूरे वर्ष विभिन्न जागरूकता अभियानों का संचालन करती है।
प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर शशिकांत दुबे, शशिकांत कुशवाहा, गायक गिरीश सनवाल, हरीश मेहरा एवं उनकी टीम, समाजसेवी स्वप्निल सिन्हा और शशिभूषण मैठाणी “पारस” सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व मौजूद रहे।
“लोक संस्कृति महोत्सव-2025” उत्तराखंड की संस्कृति को संरक्षित करने और समाजसेवा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।