संजय कुंवर
बदरीनाथ : इस यात्रा काल की अंतिम सांय कालीन पूजा, अर्चना शुरू करने हेतु रावल जी मंदिर गर्भ गृह में पहुंचे,7 :30 बजे से शुरू होगी पंच पूजा की अंतिम प्रक्रिया प्रारंभ।
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने में अब महज कुछ समय बाकी है, ऐसे में मनुष्यों द्वारा संपादित होने वाली इस ग्रीष्मकालीन यात्रा सीजन की अंतिम सांय कालीन पूजा को संपादित करने के लिए बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल जी मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कर चुके है, सांय कालीन पूजा अर्चना शुरू हो चुकी है,पंच पूजा के आज अंतिम दिन के धार्मिक कार्यक्रम शुरू होने से अब कुछ समय बाद करीब 7 बजकर 45 मिनट के बाद सिंहद्वार से लेकर मंदिर परिसर तक तीर्थ यात्रियों के लिए प्रवेश बंद कर दिया जायेगा।
ठीक 7, 30 बजे से कपाट बंद होने की वैदिक प्रक्रिया शुरू होगी, रावल अमरनाथ नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, वेदपाठी रविंद्र भट्ट, अमित बंदोंलिया, कपाट बन्द करने की प्रक्रिया पूरी करेंगे, जिसके तहत सबसे पहले बद्रीश पंचायत के सदस्य देवगण श्री उद्धव जी और कुबेर जी गर्भ गृह से बाहर मंदिर परिसर में आयेंगे, जिसके बाद रावल अमरनाथ नंबूदरी स्त्री वेश धारण कर माता महा लक्ष्मी को श्री बद्री विशाल जी के मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान करेंगे,तत्पश्चात रात्रि सवा आठ बजे शयन आरती संपादित होगी, अंत में बदरी विशाल जी को घृत कंबल ओढ़ाने के साथ ही पंच पूजाएं पूरी होगी,रात्रि ठीक 9 बजकर 7 मिनट पर बोल बदरी विशाल जी की जय के जयकारे के बीच रावल अमरनाथ नंबूदरी द्वारा बदरीनाथ धाम के श्री कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जायेंगे।