लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग का 69 वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। उनके जन्मदिन पर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में विशेष पूजा – अर्चना, महाभिषेक तथा कीर्तन भजनों का आयोजन कर उनके यशस्वी व दीघार्यु जीवन की कामना की गयी। उनके जन्मदिन पर महिलाओं ने धार्मिक भजनों के माध्यम से उनके जीवन महिमा का विस्तृत से गुणगान किया जिसमें महाराष्ट्र नादेढ व स्थानीय भक्तों ने बढ़ – चढ़ कर भागीदारी की। भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर के परिसर नीलकंठ भवन में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए रावल भीमाशंकर लिंग ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के पग – पग पर लाखों देवी – देवताओं का वास है तथा प्रतिवर्ष इन तीर्थो में लाखों श्रद्धालु आकर पुण्य के भागी बनते है इसलिए यह माटी देवभूमि के नाम से जानी जाती है! उन्होंने कहा कि सच्चे साधक हमेशा परम पिता परमेश्वर की परम भक्ति में लीन रहते हैं तथा सच्चा सेवक हमेशा समाज को समर्पित होता है! उन्होंने कहा कि परम्परायें घटती व बढ़ती है मगर संस्कृति हमेशा समान रहती है इसलिए संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए। रावल भीमाशंकर लिंग ने कहा कि देव भूमि उत्तराखण्ड की हर संस्कृति में आत्मीयता झलकती है। भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती आशा नौटियाल ने कहा कि रावल भीमाशंकर लिंग लम्बे समय से देवभूमि उत्तराखंड में शिक्षा व धर्म के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युगों से महापुरुष समाज, संस्कृति व धर्म के लिए समर्पित रहे हैं तथा उन्हें महापुरुष के त्याग व तपस्या व समर्मण भावना से हमें सतमार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। मन्दिर समिति के पूर्व कार्याधिकारी आर सी तिवारी ने कहा कि रावल भीमाशंकर लिंग के द्वारा लम्बे समय से धर्म, शिक्षा व संस्कृति के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है! इससे पूर्व ओंकारेश्वर मन्दिर के प्रधान पुजारी बागेश लिंग व वेदपाठी विश्व मोहन जमलोकी द्वारा स्वस्ति वाचन के माध्यम से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तथा महाराष्ट्र नादेढ़ के माली परिवार द्वारा रावल भीमाशंकर लिंग की विधिवत पूजा कर आरती उतारी व महाराष्ट्र नादेढ़ तथा स्थानीय जनता ने रावल भीमाशंकर लिंग को पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके यशस्वी व दीर्घायु जीवन की कामना की। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला, तहसीलदार प्रदीप नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता कुशाल सिंह नेगी, मन्दिर समिति वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी, रमेश नौटियाल,रणजीत रावत, बच्ची राम सेमवाल, अमर देव मैठाणी,दिनेश जमलोकी,बबीता भटट् , विजया असवाल, कुंवरी पुष्वाण, पूनम नौटियाल,शान्त लिंग,सुन्दरी देवी सहित महाराष्ट्र नादेढ के दो दर्जन से अधिक व स्थानीय सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।