हेमकुंड साहिब में विधिविधान एवं साल की अंतिम अरदास के साथ बैंड की मधुर धुन व पंच प्यारों की अगुवाई में शीतकाल के लिए धाम के कपाट हुए बंद। इस वर्ष एक लाख 80 हजार श्रद्धालुओं ने किए दर्शन।
संजय कुंवर,श्री हेमकुंट साहिब
समुद्र तल से करीब 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित उच्च हिमालयी सिख आस्था के प्रमुख तीर्थ श्री हेमकुंड साहिब के कपाट आज बुधवार 11 अक्तूबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए है।
प्रात: 10 बजे सुखमणि साहिब पाठ के साथ ही श्री हेमकुण्ड साहिब के कपाट बन्द की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई, जिसके पश्चात गुरुवाणी, शबद कीर्तन, साल की अंतिम अरदास तथा हुक्मनामा पढ़ने के पश्चात आखिरी में पंच प्यारों और सेना के इंजीनियर कोर की बैंड की अगुवाई में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी को सर्च खंड में सुशोभित किया गया। ठीक 1 बजे शीतकाल के लिए श्री हेमकुंड साहिब के कपाट बन्द किए गए। इस अवसर पर लगभग 2500 से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने की इस अलौकिक बेला के साक्षी बने।पुलिस द्वारा पवित्र निशान साहिब एवं कपाट बंद होने के अवसर पर मौजूद सभी यात्रियों को सकुशल गोविन्दघाट लाया गया।
इस वर्ष 20 मई को प्रारम्भ हुई श्री हेमुकण्ड साहिब की यात्रा में 1 लाख 80 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने श्री हेमकुण्ड साहिब जी के सकुशल दर्शन किए।