केएस असवाल
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर आईटीबीपी पब्लिक स्कूल गौचर में शिक्षकों के सम्मान में विविध कार्यक्रम हुए सम्पन्न
8वीं बटालियन आईटीबीपी के परिसर में श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी, 8वीं बटालियन, आईटीबीपी के कुशल नेतृत्व एवं निर्देशन में आईटीबीपी पब्लिक स्कूल, गौचर में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य पर शिक्षकों के सम्मान में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। पब्लिक स्कूल के निदेशक श्री हफीजुल्लाह सिद्दीकी, सेनानी 8वीं बटालियन उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि के रूप में शरीक हुए। उक्त समारोह के दौरान एल०के०जी० एवं यू०के०जी० कक्षा के बाल छात्र-छात्राओं के द्वारा प्रेरणात्मक एवं शिक्षाप्रद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के उपरान्त छात्र – छात्राओं के द्वारा शिक्षकों के सम्मान में समर्पित भाषण एवं कविताओं के माध्यम से अपने भाव व्यक्त किए। आई०टी०बी०पी० पब्लिक स्कूल के शिक्षा अधिकारी होमबहादूर गुरूंग, उप सेनानी, 8वीं वाहिनी के द्वारा भी शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के सम्मान में व्याख्यान दिया। उक्त अवसर पर स्कूल की कक्षाध्यापिकाओं के द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए। सांस्कृतिक एवं व्याख्यान कार्यक्रम के उपरान्त विद्यार्थियों को प्रोत्साहन स्वरूप एवं मुख्य अतिथि महोदय के द्वारा विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया तथा शिक्षकों को सम्मान स्वरूप उचित उपहार भेट किए गए।
कार्यक्रम के अन्त में मुख्य अतिथि महोदय द्वारा शिक्षकों के सम्मान व मार्गदर्शन हेतु समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित किया कि शिक्षक दिवस की आप सभी को बहुत – बहुत हार्दिक बधाईयाँ एवं शुभकामनाऐं। आप सभी की सामूहिक भागीदारी से व्यापक स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो कि सराहनीय है। कहते हैं कि एक अच्छा शिक्षक एक मोमबत्ती की तरह होता है जो कि वह स्वयं प्रज्वलित होकर दूसरों को रास्ता दिखाता है। इस बात को चरितार्थ आई०टी०बी०पी० पब्लिक स्कूल के सम्माननीय अध्यापकगणों के द्वारा किया गया। मैंनें स्वयं कार्यक्रम के दौरान महसूस किया है कि आप लोगों के द्वारा देश के भविष्य विद्यार्थियों में हर एक अपेक्षित आदर्श नागरिक संस्कार बच्चों के दिलों-दिमाग में उकेरने का भरसक प्रयास किया गया है। एक शिक्षक के व्यवसाय को पेशेवर नहीं माना जाता है इसीलिए शिक्षक को राष्ट्र निर्माता कहा जाता है क्योंकि शिक्षक के अन्दर राष्ट्र निर्माण में सहायक होने वाले सभी प्रकार के गुणों को विकसित करने की एक सर्वश्रेष्ठ क्षमता होती है। एक शिक्षक में संवेदना, संचेतना, सद्भाव एवं मानवीय मूल्यों का समावेश होता है। जिसके माध्यम से वह देश के विकास एवं प्रगति में सर्वश्रेष्ठ पीढ़ी का निर्माण करता है।
मैं आज इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य पर उपस्थित अभिभावकों से भी अनुरोध करना चाहूँगा कि आप अपने बच्चों में ऐसे संस्कारों का निमार्ण करें, जिसके माध्यम से आज के बच्चे, जब कल के किशोर एवं युवा बनेंगे तो युवा शक्ति बिखरने के बजाए, संवर सके तथा जब वो स्कूल एवं कॉलेजों मे जाए तो राष्ट्र निर्माता शिक्षकों को उचित सम्मान प्रदान कर सकेंगे। मैं आई०टी०बी०पी० पब्लिक स्कूल के सम्माननीय अध्यापिकओं को विशेष रूप से शिक्षक दिवस की बहुत – बहुत हार्दिक बधाईयाँ एवं शुभकामनाएं ज्ञापित करता हूँ कि आप इसी तरह से राष्ट्र निर्माण में ऐसी भावी पीढ़ियों का निमार्ण करते रहे जिसमें समाज एवं राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव हो । संबोधन के अन्त में मुख्य अतिथि के द्वारा कार्यक्रम की विधिवत समापन की घोषण की गई।
उक्त अवसर पर कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अतुल कुमार थवाईत, द्वितीय कमान 8वीं बटालियन, आई०टी०बी०पी० भी शरीक हुए। शिक्षक दिवस समारोह में अधिकारी 07, वाहिनी सूबेदार मेजर, शिक्षक- 02, अभिभावक- 60 एवं विद्यार्थी 55 सहित कुल 126 लोग उपस्थित रहे।