ऊखीमठ : जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शनिवार को अपराह्न में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौके पर पांच कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए जबकि मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कक्ष में पत्रावलियां अव्यवस्थित ढंग से पाये जाने पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी आशुतोष बेंजवाल का स्पष्टीकरण तलब किया है।
शनिवार को जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के मुख्य फार्मेसिस्ट कक्ष, मुख्य प्रशासनिक कक्ष, केन्द्रीय औषधी भण्डार, दिव्यांग अनुभाग, प्रत्र प्रेषण सहित विभिन्न पटलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुल पांच कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए जिसमें से दो कर्मचारियों का दो दिन से अवकाश पर होना बताया गया। जिलाधिकारी द्वारा अवकाश पर गये कर्मचारियों के आवेदन पत्र मांगे जाने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अवकाश से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र प्रस्तुत नहीं कर सके। जिस पर जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उपस्थिति पंजिका का दैनिक रूप से अवलोकन करने के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में बंद पड़ी बायोमेट्रिक मशीन को प्राथमिकता के आधार पर चालू करवाने के निर्देश मौके पर उपस्थित अधिकारियों को दिये। कर्मचारियों को आवंटित कार्यों में असमानता को देखते हुए जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के आधिकारियों को निर्देश दिये कि कर्मचारियों को समान रुप से कार्यों का दायित्व सौंपते हुए दायित्व निर्वहन पर निगरानी रखी जाए। निरीक्षण के दौरान आशा सुपरवाइजर द्वारा बताया गया कि वर्तमान में 09 आशा कार्यकत्रियां सक्रिय रुप से कार्य नहीं कर रही है। जिसपर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को सम्बन्धित आशाओं को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये हैं। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कार्यालय में लगी पुरानी प्रचार-प्रसार सामग्री हटाने के साथ ही कार्यालय को साफ-सफाई रखने के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा कार्यालय में रखी जीवन रक्षक दवाओं व्यवस्थित करने के साथ ही समय से स्वास्थ्य केन्द्रों तक पंहुचाने के निर्देश दिये हैं।