चिपको आंदोलन के ४८वीं वर्षगांठ पर रैणी गाँव में चिपको की जननी गौरा देवी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर दी गई श्रद्धांजलि
जोशीमठ : चिपको आंदोलन की 48 वीं वर्षगांठ पर चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी के गांव रैणी में गौरा देवी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि देकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही 48वां वर्ष गांठ महोत्सव मनाया गया।
48 वर्ष पूर्व जोशीमठ के रैंणी गांव से वहां की महिलाओं ने गौरा देवी के नेतृत्व में पेड़ों पर चिपक कर पेड़ों व पर्यावरण को बचाने की मुहिम चलाई थी। तब से लेकर ग्रामीण चिपको आंदोलन की वर्षगांठ बनाते आ रहे हैं। शनिवार को चिपको आंदोलन की 48 वीं वर्षगांठ के अवसर पर ग्रामीणों ने गांव में रंगारंग कार्यक्रम कर चिपको आंदोलन के सहयोगी लोगों का सम्मान किया। तमाम जनप्रतिनिधियों महिला मंगल दलों युवक मंगल दलों व गांव के लोगों द्वारा गौरा देवी की प्रतिमा पर पुष्प गुच्छ अर्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत स्थानीय महिलाओं द्वारा पारंपरिक लोकगीतों व लोकनृत्य के साथ की गई।
गौरा देवी की छह सहयोगी महिलाएं आज भी जीवित हैं। चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी की 31 सहयोगी महिलाओं में से 6 सहयोगी महिलाएं आज भी जीवित है। आयोजक मंडल द्वारा कार्यक्रम के दौरान उन 6 महिलाओं को भी विशेष सम्मानित कर पुष्पगुच्छ भेंट किए गए। आयोजक मंडल द्वारा बताया गया कि आगे भी गौरा देवी की स्मृति में इस प्रकार के आयोजन किए जाते रहेंगे।