चमोली : राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण एनजीटी द्वारा बेनीताल झील को उसकी प्राकृतिक और समृद्ध स्थिति बनाए रखने के लिए पारित दिशा निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सोमवार को जनपद में गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक ली।
जिसमें बेनीताल झील एक वेटलैंड है या नहीं, इसकी गहनता से समीक्षा की गई। बैठक में संपत्ति के भूमि मालिकों के सुझाव भी लिए गए। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि बेनीताल झील के संबध में स्थलीय निरीक्षण रिपोर्ट के साथ प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को प्रेषित किया जाए। बेनीताल क्षेत्र में ठोस अपशिष्ट का पाटन, उद्योगों, शहरों, कस्बों, गांवों एवं अन्य मानव बस्तियों से अशोधित अपशिष्ठ एवं बहिस्रावों के निस्तारण हेतु स्थानीय स्तर पर तकनीकि समिति का गठित की जाए। समिति में नगर पालिका, जिला पंचायत, सिंचाई, वन एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों को शामिल किया जाए। उन्होंने संपत्ति के भूमि मालिकों से बेनीताल झील के प्राकृतिक एवं समृद्ध स्थिति बनाए रखने हेतु अपने सुझाव भी उपलब्ध कराने को कहा।बैठक में डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बृजेन्द्र पांडेय, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्य, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह सहित भूमि स्वामी मौजूद रहे।