ऊखीमठ। ईको पर्यटन विकास समिति तुगनाथ चोपता के तत्वावधान में मिनी स्वीजरलैण्ड के नाम से विश्व विख्यात चोपता से लेकर तुगनाथ तुंगनाथ धाम तक स्वच्छता अभियान चलाकर कई कुन्तल प्लास्टिक व अन्य कूड़ा एकत्रित कर उसे चोपता पहुंचा गया। चोपता से तुंगनाथ धाम तक चले स्वच्छता अभियान में ईको पर्यटन विकास समिति के पदाधिकारियों, सदस्यों, स्थानीय व्यापारियों तथा घोड़े – खच्चर संचालकों ने बढ़ – चढकर भागीदारी की। ईको पर्यटन विकास समिति के तत्वावधान में एकत्रित किये गये कूड़े निस्तारण के लिए वन विभाग को सौपने की कार्य योजना तैयार की जा रही है साथ ही ईको पर्यटन विकास समिति द्वारा चोपता से तुंगनाथ पैदल मार्ग सहित सभी यात्रा पड़ावों पर 63 कूड़ेदान भी वितारीत किये गये। जानकारी देते हुए ईको पर्यटन विकास समिति के अध्यक्ष भूपेन्द्र मैठाणी ने बताया कि तुंगनाथ घाटी आने वाले सैलानियों द्वारा जगह – जगह खाली प्लास्टिक के बोतलें व अन्य कचरा फेके जाने से सुरम्य मखमली बुग्यालों सहित तुंगनाथ घाटी की सुन्दरता धीरे – धीरे गायब होती जा रही है इसलिए ईको पर्यटन विकास समिति, स्थानीय व्यापारियों तथा घोड़े – खच्चर संचालकों के सयुंक्त तत्वावधान में चोपता से तुंगनाथ धाम तक स्वच्छता अभियान चलाकर कई कुन्तल प्लास्टिक व अन्य कूड़ा एकत्रित एक चोपता पहुंचाकर सुरक्षित स्थान पर रखा गया है तथा पैदल मार्ग पर एकत्रित किये गये कूड़ा निस्तारण के लिए वन विभाग से गुहार लगायी गयी है।
उन्होंने बाहर से तुंगनाथ घाटी आने वाले पर्यटकों, सैलानियों व प्रकृति प्रेमियों का आवाहन करते हुए कहा कि यदि तुंगनाथ घाटी के सुरम्य मखमली बुग्यालों व तुंगनाथ घाटी के यात्रा पड़ावों की सुन्दरता को कायम रखना है तो हर एक को कूड़ेदान का प्रयोग करना होगा। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक का प्रयोग बुग्यालों व धरती के लिए अभिशाप है फिर कुछ सैलानी यात्रा पड़ावों पर प्लास्टिक व अन्य कचरे को प्रयोग के बाद खुला छोड़ रहे है जिससे बुग्यालों की सुन्दरता गायब होने के साथ पैदल मार्ग पर गन्दगी के अम्बार लग रहे हैं। उन्होंने बताया कि भविष्य में ईको पर्यटन विकास समिति द्वारा चोपता से तुंगनाथ धाम तथा चन्द्र शिला तक विभिन्न प्रजापति के पौधों का रोपण करने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है तथा वन विभाग से भी वृक्षारोपण में सहयोग लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि ईको पर्यटन विकास समिति द्वारा भविष्य में तुंगनाथ घाटी की सुन्दरता कायम रखने के लिए तथा स्थानीय पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग के सहयोग से विभिन्न योजनाओं पर कार्य करने की कार्यवाही गतिमान है। इस मौके पर उपाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह, सह सचिव जयवीर सिंह, कोषाध्यक्ष कुवर सिंह, उप कोषाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, सदस्य महावीर सिंह, बिक्रम सिंह, सुबोध प्रसाद, अवतार सिंह, यशपाल सिंह, देवेन्द्र सिंह, पंकेशलाल, दिनेश भण्डारी, अशोक चौहान, मोहन सिंह, राजेन्द्र सिंह, बीरवल, भगत सिंह सहित ईको पर्यटन विकास समिति के पदाधिकारी , सदस्य व स्थानीय व्यापारी मौजूद रहे।