योगाहार के दो-वर्ष पर ऑनलाइन उत्सव धूमधाम से मनाया गया
हरिद्वार : 2 मई को पतंजलि स्वैच्छिक दैनिक योगाहार के दो-वर्ष पूर्ण होने पर ऑनलाइन उत्सव मनाया गया। इसकी थीम स्वेच्छा से योगाहार और जल से जीवन थी। इस अवसर पर बांदा उत्तर प्रदेश से पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय; उत्तराखण्ड से मैती आंदोलन के प्रणेता पदमश्री डा. कल्याण सिंह रावत; सहारनपुर से पदमश्री सेठपाल सिंह; राजस्थान से पदमश्री श्यामसुंदर पालीवाल; पदमश्री लक्षमण सिंह लापोडिया एवं लखनऊ उ0प्र0 से अपर प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, डा. हीरालाल (आईएएस) के साथ ही पतंजलि आर्गेनिक रिसर्च (पोरी) के श्री पवन कुमार के साथ ही 19 राज्यों से 80 योगाहार सदस्यों और प्रशासनिक अधिकारी, कृषि अधिकारी कृषक बंधु, एवं पोरी की टीम के सदस्य उपस्थित रहे। योग सत्र में द्वारिका, नई दिल्ली से डा. शीला यादव एवं डा. राजेश यादव ने योग कराया।
इस अवसर पर श्री उमाशंकर पाण्डेय ने कहा कि जल की उपलब्धता वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। किसान भाई ’खेत पर मेड़ और मेड़ पर पेड’. से जल समस्या के निदान में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
डा. कल्याण सिंह रावत का कहना था कि उत्तराखण्ड हिमालय, वन और नदियों का प्रदेश है, ये जल-स्रोत प्रदूषण और वैश्विक गर्मी के शिकार हो रहे हैं, हमें अपने-अपने प्रयासों से इनको संरक्षण देना है। श्री श्यामसुंदर पालीवाल ने कहा कि निरंतर जहरीली हो रही खेती से कैंसर जैसे रोगों में निरंतर वृद्धि हो रही है, हम जैविक/प्रकृतिक खेती के माध्यम से ही धरती और मानव के स्वास्थ्य का संरक्षण कर सकते हैं।
श्री सेठ पाल सिंह ने योगाहार के सभी सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की।
डा. हीरा लाल का कहना था कि ’जल की समस्या जितनी ग्लोबल है उतनी व्यक्तिगत भी है।’ कि ’पानी की समस्या हमारी है तो समाधान भी हम ही करेंगे।’ उन्होंने जनता की अगुवाई में जल संरक्षण करने और नदी, तालाब और कुंओं के साथ मानवीय रिश्ता साधने का संदेश दिया।’
पवन कुमार ने सभी का अभिवादन किया और योगाहार में भागीदारी तथा सहयोग के लिए योग शिक्षकों और मुख्य अतिथियों का धन्यवाद किया। उन्होंने योगाहार की थीम *’स्वेच्छा से योगाहार’ और ’जल से जीवन’* पर जोर दिया। कहा कि इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सभी सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। कि इस कार्यक्रम में भारत के 19 राज्यों के साथ ही नेपाल, अमेरिका, कनाडा, सिंगापुर से भी योग शिक्षक एवं मुख्य अतिथियों ने भी प्रतिभाग किया है। अभी तक 16 पदमश्री सदस्यों ने समय समय पर अपना मार्गदर्शन दिया है।श्री विवेक बेनीपूरी ने कार्यक्रम के प्रारम्भ योगाहार के बारे में जानकारी दी। बताया कि मई 2021 से प्रारम्भ से आनलाइन योगाहार नियमित दो-सत्रों में मध्य 5.30 से 8.30 बजे सम्पन्न होता आ रहा है। इस तरह से अब तक 730 योग शिक्षक और मुख्य अतिथियों ने देश और विदेश से भागीदारी की है। मुख्य अतिथियों की उपस्थिति में आहार, स्वास्थ्य, जैविक व प्राकृतिक खेती, पर्यावरण, जल संरक्षण जैसे विविध विषयों पर चर्चा हुई है।
पतंजलि किसान सेवा समिति मध्य प्रदेश के प्रभारी श्री मुन्नीलाल यादव के समन्वय में कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। श्रीमती रंजना किन्हीकर ने सभी योग शिक्षकों और दिनेश चंद्र सेमवाल ने सभी मुख्य अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर चुनिंदा योग शिक्षक एवं और मुख्य अतिथियों का वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया। कार्यक्रम फेसबुक लाइव के माध्यम से भी प्रसारित किया गया।