विश्व धरोहर फूलों की घाटी शीतकाल हेतु पर्यटकों के लिए हुई बन्द
यूनेस्को से विश्व धरोहर दर्जा प्राप्त और जैवविविधता से भरी चमोली जिले के लोकपाल क्षेत्र में स्थित फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यांन आज रविवार को शीतकाल हेतु पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई है।पार्क प्रबन्धन ने चाकचौबंद व्यावस्था और पूरी तैयारी के साथ घाटी में आज से पर्यटकों की आवाजाही बन्द कर दी है। इस वर्ष करीब 9 हजार 404 पर्यटकों ने किया फूलों की घाटी का दीदार। घाटी में आने वाले पर्यटकों को अगले साल जून तक इंतजार करना पड़ेगा। इस वर्ष घाटी में 9404 पर्यटक पहुंचे हैं। इनमें 15 विदेशी पर्यटक शामिल रहे। इस वर्ष विभाग को 13 लाख 93 हजार 575 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है।
कोरोना संक्रमण काल के चलते इस साल वेली को एक माह की देरी से प्रकृति प्रेमी पर्यटकों के लिए खोला गया था। हर साल घाटी एक जून को खोली जाती थी, लेकिन इस साल इसे एक जुलाई को खोल गया। बावजूद इसके घाटी में काफी पर्यटक पहुंचे। रविवार को साँय ठीक 5 बजे घाटी के मुख्य प्रवेश द्वार को सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है हालाँकि पार्क कर्मी ज्यादा बर्फबारी होने तक वन्यजीव तस्करों से वन्य जीवन की सुरक्षा हेतु लगातार पार्क की लम्बी दूरी की पेट्रोलिंग करते रहेंगे। ऐसे में अब घाटी में आने वाले पर्यटकों को अगले साल जून तक इंतजार करना पड़ेगा। इस वर्ष घाटी में 9404 पर्यटक पहुंचे हैं। इनमें 15 विदेशी पर्यटक शामिल रहे। इस वर्ष विभाग को 13 लाख 93 हजार 575 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि वन्य जीवों की निगरानी के लिए घाटी में आठ ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं।