देहरादून: देहरादून नगर निगम की टीम ने 11 जनवरी से बिना लाइसेंस पालतू कुत्तों को घुमाने वालों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। जिसके बाद से कुत्तों के मालिक नगर निगम में अपने पालतू कुत्तों का लाइसेंस बनवाने आ रहे हैं।
निगम बिना लाइसेंस पालतू कुत्तों को घुमाने पर उनके मालिकों से पांच हजार जुर्माना और मुकदमा दर्ज कर सकती है। निगम की चेतावनी के बाद पिछले पंद्रह दिनों में दो हजार से ज्यादा पालतू कुत्तों का लाइसेंस बन चुका है।वहीं, पिछले साल की बात करे तो पूरे साल में सिर्फ 536 लाइसेंस ही बने थे।
देहरादून नगर निगम ने शहरवासियों से अपील की है कि कुत्ता पालने का लाइसेंस अगर नहीं बनवाया है तो जरूर बनवा लें। लाइसेंस आपको तभी मिलेगा जब आपने अपने कुत्ते को रैबीज का इंजेक्शन समय-समय पर लगाया हो।
यह पहल निगम ने इसलिए की है कि रैबीज के इंजेक्शन सभी पालतू कुत्तों को लग सकें। पशु चिकित्सा नगर निगम दिनेश तिवारी ने कहा कि अभी तक दो हजार से ज्यादा लाइसेंस बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पता चला कि कई लोगों ने अपने कुत्तों को रैबीज के इंजेक्शन 4 साल तक नहीं लगाए हैं।
पिछले साल 536 लाइसेंस बने थे जो कि राजधानी के हिसाब से बहुत ही कम हैं। इसलिए उनके द्वारा यह अभियान शुरू किया है। साथ ही लाइसेंस की पहली शर्त होती है कि कुत्ते को रैबीज का इंजेक्शन लगा होना चाहिए और रैबीज इंजेक्शन को प्रमोट करने के लिए यह जरूरी था।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि वे जुर्माने की बात नहीं कर रहे हैं, अभी वर्तमान में वह लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा वह 11 जनवरी से शहरभर में बिना लाइसेंस कुत्तों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
अभियान टीम सुबह और शाम को बिनी लाइसेंस कुत्तों को घुमाने वाले मालिकों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहरभर में करीब 25 हजार पालतू कुत्तों की संख्या होगी।