लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : सीमांत क्षेत्र अनुश्रवण परिषद उपाध्यक्ष चण्डी प्रसाद भट्ट ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर केदार नाथ क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया व क्षेत्र के विकास सम्बन्धित सडक, शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा से संदर्भित मांग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा।
जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें आश्वासन दिया कि आपदा कि दृष्टि से केदारनाथ विधानसभा अतिसंवेदनशील है इसलिए केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत फैली हर समस्या के निराकरण की सामूहिक पहल की जायेगी। राज्यमंत्री चण्डी प्रसाद भट्ट ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके देहरादून स्थित कैम्प कार्यालय में शिष्टाचार भेंट कर उन्हे भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों मे श्रेष्ठ स्थान प्राप्त होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने केदारनाथ क्षेत्र में आपदा के बाद की समस्याओं पर चर्चा की व आपदा से निपटने के लिये सरकार द्वारा किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर उन्होंने केदारनाथ पैदल यात्रा को दुबारा सुचारू रूप से संचालित करवाने, 31 जुलाई 2024 को केदारनाथ क्षेत्र मे आई भीषण आपदा से प्रभावित दुकानदारों, घोडे-खच्चर, डंडी-कंडी एवं टेंट संचालकों की क्षति का राजस्व सर्वेक्षण करवा कर प्रभावितों को वर्ष 2013 की तर्ज पर मुआवजा वितरण करने व आपदा में लापता लोगों को मृत घोषित कर मुआवजा वितरण करने, उत्तराखंड राज्य निर्माण आन्दोलनकारियों को सरकारी सेवा मे 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू करवाने, तृतीय केदार तुंगनाथ के मेले को जनपद स्तरीय मेला घोषित करने सहित केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की अनेक महत्वपूर्ण मांगों के निस्तारण के लिये मुख्यमंत्री का आभार ब्यक्त किया।
केदारनाथ क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने क्षेत्र के विकास हेतु सड़क, शिक्षा , स्वास्थ्य से संदर्भित मांग पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा जिसमें प्रमुख रुप से राजकीय महाविद्यालय विद्यापीठ में बीएससी व पीजी स्तर पर हिन्दी, संस्कृत, राजनीति विज्ञान की स्वीकृति देने, आपदा प्रभावित उषाडा गाँव के ताला तोक के 61 परिवारों व किणझाणी के 65 परिवारों का विस्थापन, रुद्रप्रयाग -गढीधार -उडामाडा मोटर मार्ग को बनवाल धार ढुगं जरम्वाड़ से बैंजी काडई तक 1700 मीटर मिसिंग लिंक निर्माण की स्वीकृति देने, मोहन खाल -चोपता-तुगंनाध मोटर मार्ग निर्माण, राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनी में स्नातकोत्तर स्तर पर इतिहास, गृह विज्ञान, समाज शास्त्र की स्वीकृति, एमकाँम पाठ्यक्रम, एन.सी.सी स्वीकृति बीएड संकाय भवन निर्माण की स्वीकृति आदि शामिल करने की मांग की।