लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर मनसूना में आयोजित तीन दिवसीय मद्महेश्वर के दूसरे दिन विभिन्न क्षेत्रों के महिला मंगल दलों व स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही जबकि उनियाणा निवासी 73 वर्षीय कमला देवी ने अपने पौराणिक गीतों से सबको झकझोर कर दिया। कल दोपहर बाद भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के गिरीया गांव आगमन पर मेला समिति व जनमानस द्वारा डोली का भव्य स्वागत किया जायेगा तथा तीसरे भजन संध्या व पुरुस्कार वितरण के साथ तीन दिवसीय मद्महेश्वर मेले का समापन होगा।
मद्महेश्वर घाटी की हृदय स्थली मनसूना में आयोजित तीन दिवसीय मद्महेश्वर मेले के दूसरे दिन मेले में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने कहा कि भगवान मद्महेश्वर को न्याय का देवता माना जाता है तथा भगवान मदमहेश्वर के दरवार में हर भक्त के सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेले आपसी मिलन का त्यौहार होतें है! केदारनाथ विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने कहा कि मद्महेश्वर घाटी के लिए खेल मैदान व रिगांल उद्योग प्रस्तावित है तथा अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं को स्वीकृति मिल चुकी है, उन्होंने कहा कि अगले वर्ष तक बष्टी गाँव को यातायात से जोड़ने की सामूहिक पहल की जायेगी। विशिष्ट अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य चण्डी प्रसाद भट्ट ने कहा कि केदार की तर्ज पर मद्महेश्वर धाम की यात्रा को संचालित करने की सामूहिक की जायेगी।
जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि मद्महेश्वर घाटी में तीर्थाटन पर्यटन की अपार सम्भावनाएं तो है मगर क्षेत्र के विकास में सेन्चुरी वन अधिनियम बाधक बना हुआ है ! मेला सचिव दलवीर सिंह नेगी ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया।
मदमहेश्वर मेले के दूसरे दिन विभिन्न गांवों के महिला मंगल दलों विभिन्न विद्यालयों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही जबकि 73 वर्षीय कमला देवी ने पौराणिक गीत गाकर सबको भावुक किया तथा शैलेन्द्र, कुन्दन बिष्ट अजीत, महेश व गोविन्द ने संगीत पर साथ दिया तथा संचालन दलवीर सिंह नेगी ने किया। इस मौके पर मेला संयोजक फगण सिंह पंवार, अध्यक्ष संजय मनवाल, कोषाध्यक्ष नर्मदा देवी, प्रधान महावीर पंवार, राजेश्वरी देवी, भाजपा महिला मोर्चा जिला उपाध्यक्ष सुमन जमलोकी, कुवरी बर्त्वाल, अनसोया प्रसाद भटट्, अंजना रावत, रेखा रावत, विजय लक्ष्मी पंवार, कमलेश पंवार, राय सिंह रावत, अंजू थपलियाल, बाके लाल, नरेन्द्र पंवार, बलवीर राणा, हिमानी बाजपेयी, अंजना पंवार, आस्था बिष्ट, कैलाश पंवार सहित विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि, मेला समिति पदाधिकारी, सदस्य व ग्रामीण मौजूद रहे।