लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : मद्महेश्वर घाटी के विभिन्न स्थानों पर अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार खूब फलफूल रहा है। अधिकांश स्थानों पर अवैध अंग्रेजी शराब की सप्लाई होने से जहां समाज पर इसका बुरा असर पड़ रहा है वही युवाओं के सुनहरे भविष्य के साथ शराब माफिया खूब खिलवाड़ कर रहे हैं। शाम होते ही विभिन्न स्थानों पर शराबियों का हुड़दंग होने से महिलाओं को घरों से निकलना दूभर हो रखा है। क्षेत्र में खूब फलफूल रहे अवैध अंग्रेजी शराब के कारोबार के पीछे पुलिस प्रशासन व आबकारी विभाग क्यों मौन है यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है। स्थानीय जनता का कहना है कि आबकारी विभाग द्वारा समय – समय पर खानापूर्ति के नाम पर छापेमारी तो की जाती है मगर छापेमारी सिर्फ साप्ताहिक वसूली तक सीमित रह जाती है जबकि पुलिस प्रशासन का मद्महेश्वर घाटी का भ्रमण आने से पूर्व हुटर की आवाज शराब माफियों को सचेत कर देती है। स्थानीय जनता का कहना है कि क्षेत्र में अवैध अंग्रेजी शराब की सप्लाई की शिकायत कई बार तहसील दिवसों के अलावा स्थानीय प्रशासन से की गयी है मगर शराब माफियाओं की पकड़ इतनी मजबूत है कि स्थानीय प्रशासन भी शराब के अड्डों पर दबिश देने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। मद्महेश्वर घाटी में शराब माफियाओं का जाल इस कदर बिछा हुआ है कि सीमांत गांवों में भी हर समय अंग्रेजी शराब की बोतल कई गुना कीमत पर आसानी से मिल जाती है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि मद्महेश्वर घाटी में दिन दहाड़े अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार बेखौफ संचालित होने से स्पष्ट हो गया है कि कई सफेदपोश लोगों व आबकारी विभाग की मिलीभगत से क्षेत्र में अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार संचालित हो रहा है। वर्ष 2018-19 में कुछ क्षेत्रों में ग्रामीणों, महिलाओं व विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा क्षेत्र में अवैध अंग्रेजी शराब के खिलाफ आन्दोलन छेड़ा गया था तथा कुछ महीनों तक मद्महेश्वर घाटी की शान्त वादियां शराब माफियाओं के हुड़दंग से मुक्त तो रही मगर वर्तमान समय में शराब विरोधी संगठनों के मौन रहने से सवालिया निशान उठने स्वाभाविक ही हैं। प्रधान राऊलैंक कमलेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि मद्महेश्वर घाटी के विभिन्न स्थानों पर अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार खूब फल फूलने ने जहां समाज पर इसका बुरा असर पड़ रहा है वही युवाओं के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है! उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते क्षेत्र में अवैध अंग्रेजी शराब के कारोबार पर अंकुश नही लगा तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों को स्थानीय प्रशासन व आबकारी विभाग के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी। मद्महेश्वर घाटी विकास मंच अध्यक्ष मदन भटट् का कहना है कि क्षेत्र में विगत कई वर्षों से हो रही अवैध अंग्रेजी शराब की शिकायत कई बार तहसील दिवसों में की गयी है फिर क्षेत्र में अवैध अंग्रेजी शराब का कारोबार बेरोकटोक खूब फलफूल रहा है।