लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : 11 वें ज्योर्तिलिंगों में अग्रणी भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने व पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से कैलाश रवाना होने की तिथि घोषित होने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कल महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने व पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के धाम रवाना होने की तिथि पंचाग गणना के अनुसार विद्वान आचार्यों बद्री केदार मन्दिर समिति के पदाधिकारियों, अधिकारियों व हक – हकूकधारियों की मौजूदगी में घोषित की जायेगी। तिथि घोषित होने के लिए ओंकारेश्वर मन्दिर को 8 कुंन्तल गेंदें के फूलों से सजाया गया है तथा मन्दिर के पदाधिकारियों ने ऊखीमठ की ओर रूख कर दिया है। महाशिवरात्रि पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में विगत वर्षों की भांति विभिन्न शहरों के दानियों द्वारा भण्डारे का आयोजन किया जा रहा है तथा इस बार विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी को भी फूलों से भव्य रूप दिया जा रहा है तथा गुप्तकाशी में भी भण्डारे का आयोजन किया जा रहा है। जानकारी देते हुए मन्दिर समिति कार्याधिकारी आर सी तिवारी ने बताया कि पर्वतराज हिमालय की गोद में बसें भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने व पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के ऊखीमठ से कैलाश रवाना होने की तिथि कल महाशिवरात्रि पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में पंचाग गणना के अनुसार घोषित की जायेगी। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर विद्वान आचार्यों द्वारा ब्रह्म बेला पर भगवान शंकर सहित 33 कोटि – देवी – देवताओं महाभिषेक कर विश्व समृद्धि की कामना की जायेगी। उन्होंने बताया कि भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर को मुजफ्फरनगर निवासी अभिनव बंसल के सहयोग से 8 कुंन्तल गेंदें के फूलों से सजाया गया है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर हंस फाउंडेशन के संस्थापक माता मंगला , भोले जी महाराज व दिल्ली निवासी प्रेम रस्तोगी द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया जायेगा। प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर विभिन्न शहरों के दानियों द्वारा विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी को भी फूलों से सजाया गया है तथा वहां पर भी भण्डारे का आयोजन किया जायेगा।