संजय कुंवर जोशीमठ आपदा न्यूज अपडेट 1
जोशीमठ नगर क्षेत्र को असुरक्षित, सुरक्षित और बफर जोन में बांटने की प्रक्रिया शुरू
नगर के होटल माउंट व्यू ओर मलारी इन के समीप पहुंची प्रशासन की टीम एसडीआरएफ और pwd के अलावा अधिकारी मौजूद। नगर क्षेत्र में डेंजर जोन घोषित किए गए भवनों को आज से ढ़हाने की प्रक्रिया होगी शुरू। मुख्य सचिव उत्तराखंड डा,एस,एस संधू के आदेश के बाद सभी डेंजर जोन के 75 मकानों पर प्रशासन द्वारा लाल रंग का क्रॉस मार्क किया जा चुका है, आज से इन सभी भवनों को तोड़ने की कार्यवाही PWD द्वारा शुरू कर दी जाएगी जिसमें करीब 60 मजदूर लगाए जा रहे है, कल सोमवार को 27 और परिवारों के भवन खाली कराए गए, हो रहे भू-धंसाव के दृष्टिगत जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार जोशीमठ नगर क्षेत्र के कुल 9 वार्ड में 678 भवन प्रभावित हुए है।
जिला प्रशासन ने शहर में रह रहे लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अबतक 81 परिवारों को विभिन्न अस्थायी स्थानों पर विस्थापित किया है। जिला प्रशासन नगर क्षेत्र में निरंतर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन द्वारा जोशीमठ नगर क्षेत्र अंतर्गत निवास करने योग्य 213 कमरों की क्षमता वाले कुल 16 भवनों को चयनित किया गया है जिसमे कुल 1191 लोगो को ठहराया जा सकता है। जिला मजिस्ट्रेट चमोली द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 33 व 34 का प्रयोग करते हुए नगर क्षेत्र अंतर्गत 4 वार्डों को असुरक्षित घोषित करते हुए इन वार्डों को खाली करवाने का आदेश जारी किया गया है।
सरकार ओर प्रशाशन को मौसम बर्फबारी बारिश बन रही है चुनौती,
2, भू धंसाव की पहली बार होगी तकनीकी जांच
3, तकनीकी संस्थानों के वैज्ञानिकों का लगा जोशीमठ में जमवाड़ा,
4, जोशीमठ आपदा ग्रस्त भूमि की होगी जियो स्टडी
5, आपदा राहत पैकेज में भी संसोधन का प्रस्ताव है।
6, केंद्र सरकार से जोशीमठ के लिए विशेष आपदा राहत पैकेज मांगेगी प्रदेश सरकार,
7, जोशीमठ में चल रहे राहत पुनर्वास कार्यों की मानटरिंग के लिए भी दो कमेटी गठित सीएस को देंगे रोज रिपोर्ट,
8, जोशीमठ का बनाया जाएगा नया मास्टर प्लान,
9, जोशीमठ क्षेत्र की मिट्टी में हो रहे कटाव टो कटिंग की होगी उच्च स्तरीय जांच,
10, प्रभावितों को नई जगह बसाने से पूर्व होगी भू धंसाव की गहन जांच।
11, जोशीमठ के समीप कोठी फार्म, जड़ी बूटी संस्थान परसारी, पीपलकोटी सेमलडाला जैसे विस्थापन स्थलों पर विस्थापितों को फिलहाल बसाने की प्रसाशन की कार्यवाही चल रही है अभि अंतिम निर्णय भू वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के बाद ही तय होगी।