संजय कुंवर सुभाई/भविष्य बदरी
सुभाई : पंचम बदरी में भविष्य बदरी धाम के कपाट भी खुले, ग्रामीणों ने मन्दिर में जौ की बालियां लगा और नये अनाज का भोग लगाकर सुख समृद्धि की कामना की।
उच्च हिमालय ऋषि पहाड़ और रोंठी पर्वत की तलहटी में पंचम बदरी के रूप में विराजमान भगवान भविष्य बदरी धाम के कपाट भी बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के शुभ मुहूर्त पर आज सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। जोशीमठ-मलारी मार्ग पर समुद्रतल से 9000 फीट की ऊंचाई पर सुभाई गांव में स्थित भविष्य बद्री मंदिर के कपाट आज सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर खोले गए। मंदिर के मुख्य पुजारी संजय डिमरी ने बदरी मन्दिर की तरह विधि विधान पूर्वक मन्दिर के कपाट खुलने के बाद नित्य अभिषेक पूजाएं संपन्न कराईं। भविष्य बदरी भगवान को इस अवसर पर दाल-चावल व केसर का भोग लगाया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने मंदिर के बाहर जौ की बालियां लगाकर खुशहाली की कामना की। कपाट खुलने के मौके पर स्थानीय सुभाई गांव की महिलाओं ने पारंपरिक वेश भूषा के साथ लोक वाद्य यंत्रों की धुनों पर चांचडी झुमैलो नृत्य प्रस्तुत किए। आज करीब 500 से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान भविष्य बदरी के दर्शन किए।