संजय कुंवर
कर्णप्रयाग : विकासखंड कर्णप्रयाग से सुदूर 32 km दूर गैरसैंन विकासखंड की सीमा पर बसा ग्राम बैनोली के उच्च प्राथमिक विद्यालय बैनोली अपनी विशिष्ठ शैक्षिक एवं गैर शैक्षिक गतिविधियों के लिए ख्याति प्राप्त है। जहां वर्तमान में तीन क्लास में 41 छात्र – छात्राएं हैं।
कोरोना काल के एक वर्ष को छोड़ कर हर वर्ष इन दूरस्थ क्षेत्र के बच्चों को विद्यालय के अध्यापकों द्वारा हर वर्ष बिना सरकारी संसाधनों के घर से बाहर शैक्षिक भ्रमण कराया जाता है। पूर्व में राजधानी देहरादून का भ्रमण हो या टिहरी डैम,,जिला मुख्यालय हो या शीतकालीन राजधानी भ्रमण आदि स्थानों का भ्रमण किया जा चुका है। इसी क्रम में इस वर्ष भी छात्रों को पहली बार विश्व पर्यटक स्थल औली रोपवे एवं जोशीमठ नगर से पहली बार रूबरू होने का अवसर प्राप्त हुआ। छात्रों ने अपने जेब खर्चे और गुल्लक के पैंसे तथा टीचर एवं अभिभावकों के पैसे से औली का किया दीदार। शिक्षक संघ ने कराया जलपान तो कई स्थानीयों ने नौनिहालों को कराया भोजन। छात्रों में विशेष कर इन अति दुर्गम क्षेत्र के बच्चों के लिए जो बाहरी दुनिया से पूरी तरह अनजान हैं। उन्हें शिक्षा के किताबी ज्ञान से बाहर निकल कर बाहरी एवं स्थाई ज्ञान से जोड़ने के लिए किए जा रहे प्रयास उनके लिए बहुत महत्व रखते हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक
एसएस चौहान, सहायक अध्यापक भगवती प्रसाद गैरोला, विकास कोठियाल,यशोदा देवी, अध्यक्ष विद्यालय प्रबंधन समिति। इस अवसर पर राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ शाखा जोशीमठ के अध्यक्ष राजेश थपलियाल भी पर्यटन स्थली ओली पहुंचे और छात्रों का उत्साहवर्धन के साथ – साथ जलपान भी कराया गया।