जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बदरीनाथ मास्टर प्लान कार्यों को लेकर तहसील जोशीमठ में सम्बन्धित अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाओं के साथ समीक्षा बैठक ली। जिलाधिकारी ने मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित कार्याें एवं उनमें आ रही समस्याओं के संबध में विभागीय अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की और शीघ्र उनका समाधान करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी संबधित विभागों को आपसी समन्वय बनाते हुए समयबद्ध ढंग से प्रस्तावित कार्याें को पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन भवनों का ध्वस्तीकरण किया जाना है उनका तत्काल ध्वस्तीकरण किया जाय। साथ ही कार्यदायी संस्था को कार्याें में तेजी लाने के निर्देश दिए।
वहीं जिलाधिकारी ने तहसील जोशीमठ का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने तहसील परिसर के कार्यालयों में रजिस्टरों, फाइलों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को फाइलों को सुसज्जित रूप से रखने के लिए अलमारियों पर फाइलों, रजिस्टरों की सूची चस्पा करने के निर्देश दिए ताकि किसी फाइल को ढूंढने में समय ना लगे, प्रत्येक कर्मचारी की टेबल पर नेमप्लेट लगाने हेतु भी निर्देशित किया।
वहीं जिलाधिकारी ने जोशीमठ के मेरख गांव में एनआरएलएम में गठित स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों से मिलकर उनके द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों के बारे में बारीकी से जानकारी ली। महिलाओं ने बताया कि ग्राम संगठन में 15 समूह है। जिलाधिकारी ने समूहों द्वारा तैयार किए बुरांस के जूस, चौलाई के लडडुओ की सराहना की। हरियाली समूह की महिलाओं द्वारा मासी, टगर व मिटारू का धूप तैयार किया जा रहा है वहीं बद्रीविशाल समूह द्वारा चौलाई के लडडू, पाण्डव समूह द्वारा बुरांस का जूस तैयार किया जा रहा है। महिलाओं द्वारा ऊन से तैयार किए जा रहे वस्त्रों पर जिलाधिकारी ने नेचुरल रंगों के साथ नये डिजायनों का प्रयोग करने को कहा ताकि बाजारों में इसकी डिमाण्ड बढ़ सके और महिलाओं को अच्छी आय की प्राप्ति हो।
मेरग गांव के कास्तकार उमराव सिंह द्वारा तैयार किए जा रहे गुलाब जल प्लांट का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने बताया कि अच्छी पैकेजिंग से इसकी मार्केट वैल्यु बढ़ाई जा सकती है।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी वरूण चौधरी, उपजिलाअधिकारी कुमकुम जोशी, पीडी आनन्द सिंह, डीडीओ सुमन राणा सहित समूह की महिलाएं उपस्थित रही।