मतदान के बाद अब पुलिस जिले में अपराधिक घटनाओं में दर्ज रिपोर्ट पर कार्रवाई में तेजी ला रही है।
पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने विवेचना अधिकारियों की बैठक लेकर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। पूर्व में गंभीर अपराधों व ठगी के मामलों को समयबद्ध तरीके से वर्कआउट करने को कहा है। जिसमें से चमोली थाने में राजस्व पुलिस से हस्तांतरित होकर आई एक ही परिवार के पांच सदस्यों की संदिग्ध हुई मौत के मामले में दर्ज रिपोर्ट भी शामिल है। चमोली पुलिस में दो हत्याओं के मामलों की विवेचना लंबे समय से लटकी है। यही नहीं 12 से अधिक मामले साइबर ठगी के हैं। जिससे सीधा जनता प्रभावित हो रही है। पुलिस अधीक्षक ने चुनाव प्रक्रिया के दौरान लगभग डेढ़ माह से ठप पड़ी विवेचनाओं में विवेचना अधिकारियों सहित थानाध्यक्षों की बैठक ली।चमोली जिले में सबसे ज्यादा साइबर ठगी के मामले लंबित हैं। विवेचना अधिकारियों को यह दिक्कत आ रही है कि सभी मामलों में अारोपितों के पंजाब, हरियाणा, झारखंड, राजस्थान, बिहार सहित बाहरी राज्यों के होने के चलते दिक्कतें हो रही है। एसपी ने इसके लिए दो अलग टीमें गठित की हैं। जो लगातार साइबर ठगी के गोपेश्वर थाने में दर्ज छह, जोशीमठ में दर्ज तीन सहित कुल 12 मामलों में कार्रवाई करेगी। इन टीमों को भी हर दिन की कार्रवाई से एसपी को अवगत कराना होगा।