लक्ष्मण नेगी
ऊखीमठ : विश्वनाथ की नगरी गुप्तकाशी के निकट प्रकृति की खूबसूरत वादियों में बसी ग्राम पंचायत लमगौण्डी ( शोणितपुर) के ग्रामीणों की अराध्य देवी भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की 26 वर्षों बाद आयोजित 17 दिवसीय दिवारा यात्रा रात्रि प्रवास के लिए केदारनाथ धाम पहुंच गयी है। दिवारा यात्रा के केदारनाथ धाम आगमन पर तीर्थ पुरोहित समाज, केदार सभा, मन्दिर समिति व व्यापारियों द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया।
दिवारा यात्रा केदारनाथ धाम में तीन रात्रि प्रवास कर विभिन्न तीर्थों, संगमों व सुरम्य मखमली बुग्यालों का भ्रमण करेगी। दिवारा यात्रा 1 सितम्बर को केदारनाथ धाम से विदा होकर रात्रि प्रवास के लिए सिद्धपीठ कालीमठ पहुंचेगी तथा 2 सितम्बर को सिद्धपीठ कालीमठ से बद्रीकाश्राम के लिए रवाना होगी! वही दूसरी ओर रक्षा बन्धन की पूर्व संध्या पर केदारनाथ धाम में लगने वाले अन्नकूट मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है तथा भगवान केदारनाथ के मन्दिर को 15 कुन्तल फूलों से सजाया गया है। मंगलवार को गौरा की तपस्थली गौरीकुण्ड में विद्वान आचार्यों ने ब्रह्म बेला पर पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजाये सम्पन्न कर तैतीस कोटि देवी – देवताओं , भगवान केदारनाथ सहित भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज का आवाहन कर आरती उतारी। ठीक 8 बजे भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा गौरीकुण्ड से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुई तथा चीरबासा, जंगलचट्टी, भीमबली, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, बेस कैप सहित विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए लगभग 4 बजे केदारनाथ पहुंची,दिवारा यात्रा के केदारनाथ धाम आगमन पर केदार सभा, तीर्थ पुरोहित समाज, मन्दिर समिति व व्यापारियों द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा के केदार पुरी आगमन पर श्रद्धालुओं द्वारा अनेक प्रकार की पूजा सामाग्री अर्पित कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा के केदार पुरी आगमन पर विद्वान आचार्यों की वेद ऋचाओं, भक्तों की जयकारों तथा स्थानीय वाद्ययंत्रों की मधुर धुनों से केदार पुरी का कण – कण भक्तिमय बना हुआ है। केदारनाथ धाम में रक्षा बन्धन की पूर्व संध्या पर लगने वाले अन्नकूट मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है तथा बाबा केदारनाथ के मन्दिर को 15 कुन्तल फूलों से सजाया गया है। दिवारा यात्रा समिति अध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रकाश शुक्ला ने बताया भगवती राज राजेश्वरी एवं वाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा तीन रात्रि प्रवास केदारनाथ धाम में ही करेगी तथा 1 सितम्बर को दिवारा यात्रा केदारनाथ धाम से विदा होकर रात्रि प्रवास के लिए सिद्धपीठ कालीमठ पहुंचेगी ! इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री दिनेश बगवाडी, दिवारा यात्रा समिति संरक्षक सुरेन्द्र शर्मा, व्यवस्थापक सुधीर पोस्ती, सचिव सुरेश बगवाडी, उपाध्यक्ष अजय जुगरान, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा, सह कोषाध्यक्ष प्रदीप तिनसोला,मीडिया प्रभारी सुबोध बगवाडी, प्रधान अखिलेश सजवाण, क्षेपस दुर्गेश वाजपेयी, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, मन्दिर समिति कार्यधिकारी आर सी तिवारी, पण्डित बच्ची राम सेमवाल, सचिदानंद सेमवाल,महेन्द्र पुरोहित, देवेन्द्र पोस्ती,जगदीश बगवाडी, कृष्णा जुगरान, पवन पोस्ती, मनोज बगवाडी, आशीष अवस्थी, शिव प्रसाद शुक्ला, डा0 जगदीश बाजपेयी, शंकर प्रसाद अवस्थी, किशन अवस्थी, प्रेम प्रकाश जुगरान, विजेन्द्र शर्मा ,अरूण मौर्य, राकेश तिनसोला, दिर्घायु अवस्थी, ईश्वर चन्द्र अवस्थी, दर्शन सजवाण, गोपाल शुक्ला, मनीष बगवाडी, विष्णु ऋषि अवस्थी, संजय पोस्ती, दिलीप तिनसोला, शम्भू वाजपेयी, दीपक जुगरान, विष्णु वाजपेयी, विकास तिनसोला, आगम वाजपेयी, अभिषेक वाजपेयी, राजेन्द्र शर्मा, कार्तिकेय पोस्ती, योगेन्द्र वाजपेयी सहित दिवारा यात्रा समिति पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि, व्यापारी व ग्रामीण मौजूद हैं!