पीपलकोटी : आपदा में ध्वस्त हुई पैदल मार्ग को बनाने के लिए जब प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने मुंह मोड़ दिया, तब ग्रामीणों ने स्वयं ही श्रमदान कर पैदल मार्ग बनाया गया।
दशोली ब्लाक के मठ गांव में जुलाई – अगस्त माह में हुई भारी वर्षा से खेत, जंगल व श्मशानघाट को जाने वाला पैदल मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो गया था। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर खेत व जंगल जा रहे हैं। वहीं ग्रामीणों की लगभग 200 नाली जमीन पर बोई गई फसल की कटाई व मंढाई भी लोगों ने जान जोखिम में डालकर ध्वस्त मार्ग से ही पूरी की गई। लेकिन अब खेत में हल जोतने के लिए बैलों को ले जाने की समस्या ग्रामीणों के सामने बनी है। ऐसे में ध्वस्त पैदल मार्ग को बनाने के लिए ग्रामीणों द्वारा प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से कही बार मांग की गई, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
मजबूरन ग्रामीणों ने गेंती, फाउडा, सब्बल व घन कंधे पर उठाकर श्रमदान कर 200 मीटर ध्वस्त पैदल मार्ग को बनाया जा रहा है। श्रमदान करने वालों में जसवंत सिंह, बीरेंद्र सिंह, रघुबीर चौहान, संतोष सिंह, देवेन्द्र सिंह, सूरज सिंह, सुमित सिंह, रणजीत सिंह, विवेक सहित अन्य रहे।