पीपलकोटी : दशोली ब्लाक के मठ – बेमरू – स्यूंण तीनों पंचायतों की लाइफ लाइन पूरी तरह ध्वस्त होने से क्षेत्र में खाद्यान्न व रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। स्थानीय लोगों की माने तो अभी सड़क खुलने में एक सप्ताह से ऊपर का समय लग सकता है।
पिछले रविवार रात्रि को क्षेत्र में हुई भारी वर्षा से ग्राम पंचायत मठ- झडेता, बेमरू व स्यूंण के दर्जनभर गांवों में खेती व नकदी फसल को भारी नुक़सान हुआ है साथ ही कुछ गांवों में पेयजल लाइन टूटने से पेयजल आपूर्ति भी ठप हो गई है। वहीं क्षेत्र की लाइफ लाइन मठ गांव के पास छाम गदेरे में लगभग 20 मीटर बहने से क्षेत्र की आवाजाही पूरी तरह प्रभावित हुई है। जिससे क्षेत्र में दर्जनों वाहन भी फंसे हुए हैं। मोटर मार्ग पूरी तरह बाधित होने से क्षेत्र के लोगों का मुख्य दुग्ध व्यवसाय पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। क्षेत्र के तीनों पंचायतों के मठ, सुरेंडा, झडेता, बजनी, बेडुमाथल, कांडा , कुणखेत, बेमरू, गुनियाला, लुदांऊ व स्यूंण गांवों से हर दिन 200 से अधिक लीटर दूध पीपलकोटी डेयरी व दुकानों के लिए पहुंचता था। सड़क बंद होने से एक सप्ताह से दूध डेयरी और बाजार तक न पहुंचने से लोगों का व्यवसाय पूरी तरह प्रभावित हुआ है। आवश्यक दुग्ध सेवा वाहन मालिक सोनू रावत ने बताया कि पिछले रविवार से सड़क जगह – जगह बंद होने से क्षेत्र में लगभग 12 से अधिक व्यवसायिक वाहन फंसे हुए हैं। वहीं एक सप्ताह से क्षेत्र का दुग्ध व्यवसाय भी इससे प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि उनके रोजगार का एक मात्र साधन वाहन व्यवसाय है, सड़कें बंद होने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द सड़क खोलने की मांग की है। क्षेत्र का दूरस्थ गांव स्यूंण को जोड़ने वाला लुदांऊ गदेरे पर बना लकड़ी का पुल बहने से क्षेत्र में जहां खाद्यान्न संकट गहरा गया, वहीं क्षेत्र के नौनिहाल भी विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिससे नौनिहालों का पठन-पाठन व भविष्य भी प्रभावित हो रहा है। स्यूंण गांव के सामाजिक कार्यकर्ता अरूण राणा ने बताया कि भारी वर्षा से क्षेत्र का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उन्होंने चमोली प्रशासन से मांग की है कि अन्य जगह से समय निकाल कर हमारी समस्या भी सुने। वहीं उन्होंने कहा कि सड़क जगह – जगह बंद होने से गांव में खाद्यान्न संकट भी पैदा हो गया है। कहा कि गांव से बाजार पीपलकोटी 15 किमी दूर है और सड़क के साथ पैदल मार्ग भी बंद हैं ऐसे में बाजार पहुंचना भी संभव नहीं हो पा रहा है। वहीं गुनियाला गांव के लोगों ने प्रशासन का इंतजार करने के बजाय स्वयं ही गरूड़गाड़ पर पैदल लकड़ी का पुल बना कर आवाजाही शुरू कर दी गई है। प्रमुख दशोली विनीता देवी व ग्राम प्रधान मठ-झडेता संजय राणा व ने बताया कि गांव में सड़क जगह – जगह बंद है, प्रशासन से जल्द ही सड़क खोलने की मांग गई है। प्रशासन ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए पीपलकोटी से मठ गांव के पास छाम गदेरे तक 5 किमी सड़क खोल दी है। यहां पर सड़क 20 मीटर बह गई है विभाग से क्रेटवाल लगाने को कहा गया है, उम्मीद है कि दो – तीन दिन में सड़क खुल जाएगी। वहीं बेमरू से भी ठेकेदार की पोकलैंड मशीन मंगाई गई है।