गोपेश्वर : मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राजीव शर्मा के आदेशों के क्रम में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में स्टेकहोल्डर्स की भूमिका विषयक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ चमोली एवं बालाजी सेवा संस्थान देहरादून की टीम द्वारा सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पादन ( कोटपा) अधिनियम-2003 के बारे में विभाग के प्रतिनिधि की भूमिका के बारे में जागरूक किया गया।
कार्यशाला में बालाजी सेवा संस्थान के डिविजिनल कॉर्डिनेटर अजीत सिंह द्वारा तम्बाकू नियंत्रण एवं कोटपा एक्ट-2003 की पूर्ण जानकारी दी गई। डॉ अनुराग बिष्ट ने तम्बाकू उत्पादों से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तम्बाकू उत्पाद से शरीर में अनेक प्रकार के कैंसर, अल्सर, टी0बी0, लकवा, नपुंसकता, गर्भवतियों से मृत बच्चे का जन्म होना, अस्थमा, असामान्य रक्तचाप आदि गम्भीर बीमारियां हो सकती हैं।
इस दौरान शिक्षा विभाग, समाज कल्याण, प्रोद्योगिकी कालेज, पुलिस विभाग, गैरसरकारी संगठनों, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि शामिल रहे।