दीपक सती के काव्य संग्रह हे कृष्ण का हुआ विमोचन
युवा कवि दीपक सती ‘प्रसाद’ के नए काव्य-संग्रह “हे कृष्ण” का विमोचन नगर पंचायत सभागार नंदप्रयाग में संपन्न किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने कहा कि दीपक सती की रचनाएं सबको प्रेरणा देती हैं।
विशिष्ट अतिथि कर्नल हरेंद्र सिंह रावत, नंदिता रावत, शंभू प्रसाद सती, भगत सिंह राणा ‘हिमाद’ ने इस रचना की सराहना की।
संस्कृत प्रवक्ता अरुण किशोर भट्ट ने पुस्तक समीक्षा करते हुए कहा कि पुस्तक में प्रायः सभी रसों का सम्यक रूप से समावेश किया गया है जिससे कि किसी भी रसिक का मन अछूता नहीं रह सकता।
दीपक सती ने मंच से अपनी एक कविता “द्रौपदी” के एक सर्ग “दौपदी ने देखा उसका कोई नहीं अब रक्षक है…” का वाचन कर द्रौपदी की करुण पुकार और भगवान कृष्ण के द्वारा नारी – रक्षा का भावुक प्रसंग सुनाया।
मंच संचालन करते हुए पीजी कॉलेज गोपेश्वर के प्राध्यापक प्रो. दर्शन सिंह नेगी ने बताया कि दीपक सती की यह रचना विश्व स्तर को संदेश देने वाली कविता है और शीघ्र ही दुनिया के कोने – कोने का साहित्य प्रेमी इसे गाता हुआ सुनाई देगा।
थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने कहा कि इस पुस्तक की 2000 प्रतियां वे अपने क्षेत्र एवं विधानसभा में बंटवाएंगे।
अध्यक्षीय संबोधन में भगत सिंह राणा “हिमाद” जी ने बताया कि काव्य एक साधना है और दीपक सती जैसे सेवारत युवा साहित्यकारों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
कार्यक्रम के द्धितीय सत्र में कलम क्रांति साहित्यिक मंच के विभिन्न कवि एवं कवयित्रियों द्धारा काव्य पाठ किया गया। काव्य संगोंष्ठी का संचालन हिमांशु थपलियाल जी के द्धारा किया गया। इस अवसर पर सुनील पंत, रोशनी पोखरियाल, शिब्बु बिष्ट,नेहा रावत, वंदना मेंदोली, बिमला रावत, मीना सती, शिवप्रसाद सती मौजूद थे।