ऊखीमठ। मदमहेश्वर घाटी की ग्राम पंचायत फापज के सलामी तोक के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर 26 दिसम्बर तक उनकी भूमि राजस्व विभाग के अभिलेखों में अंकित न होने पर 27 दिसम्बर से कुण्ड – चोपता – गोपेश्वर मोटर मार्ग पर करेला नामक स्थान पर क्रमिक अनशन, आमरण अनशन, चक्काजाम व आत्मदाह की चेतावनी दी है! मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को सौपें ज्ञापन का हवाला देते हुए सलामी तोक के नौ परिवारों ने बताया कि वर्ष 1964 में कुण्ड – चोपता – गोपेश्वर मोटर मार्ग निर्माण के दौरान उनकी ग्राम पंचायत भटवाडी के अन्तर्गत नाप भूमि कटने के कारण तत्कालीन प्रशासन द्वारा उन्हें ग्राम पंचायत फापज के सलामी तोक में भूमि दी गयी थी मगर आज तक उनकी सलामी तोक वाली भूमि तहसील प्रशासन के राजस्व अभिलेखों में अंकित नहीं हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि राजस्व अभिलेखों में भूमि को अंकित करने के लिए उनके द्वारा जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री दरवार तक गुहार लगाई गयी है तथा वर्ष 2019 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा जिला प्रशासन को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे, मगर आज तक ग्रामीणों को न्याय नहीं मिल पाया है! ग्रामीणों का कहना है कि 57 वर्षों बाद भी उनकी भूमि राजस्व अभिलेखों में अंकित न होने से उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 26 दिसम्बर तक उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे 27 दिसम्बर से कुण्ड – चोपता – गोपेश्वर मोटर मार्ग पर करेला नामक स्थान पर क्रमिक अनशन, आमरण अनशन, चक्काजाम व आत्मदाह के लिए विवश हो जायेगें जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी। ज्ञापन में सलामी तोक के नौ परिवारों के हस्ताक्षर मौजूद थे।