जोशीमठ : औली विकास प्राधिकरण व मास्टर प्लान से मिलेगा स्वरोजगार, पलायन पर लगेगा ब्रेक, सीमांत में खुशी

Team PahadRaftar

संजय कुंवर

जोशीमठ : सूबे की खूबसूरत विंटर टूरिज्म डेस्टिनेशन और राष्ट्रीय शीतकालीन खेलों की स्थली औली को लेकर सूबे की धामी सरकार अब संजीदा दिखाई दे रही है।

औली को इंटरनेशनल विंटर डेस्टिनेशन बनाने के लिए सुविधा संपन्न बनाने बावत एक कदम आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। जी हां अब जल्द औली के दिन बहुरने वाले हैं ,विंटर स्पोर्ट्स सेंटर औली के पर्यटन विकास व यहां बेहतर खेल सुविधाओं में बढ़ोत्तरी करने के लिए जल्द ‘औली विकास प्राधिकरण’ का गठन किया जाएगा। धामी मंत्रिमंडल की बैठक में इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी गई है।

वहीं प्रदेश सरकार के इस फैसले से जोशीमठ क्षेत्र के साहसिक पर्यटन कारोबारियों व होटल होम स्टे व्यवसायियों सहित विंटर डेस्टिनेशन औली में स्वरोजगार से अपनी आजीविका चलाने वाले युवाओं में खुशी की लहर है। स्कीइंग एंड स्नो बोर्ड एसोशिएसन चमोली के अध्यक्ष और इंटरनेशनल स्कीयर विवेक पंवार ओर होटल एसोशिएसन औली के अध्यक्ष अंतीप्रकाश शाह का कहना है कि इससे औली की दिशा और दशा सुधारने के लिए अगर सरकार ये कदम उठाती है तो औली के दिन जरूर बहुरेंगे। हालांकि औली में वर्तमान हालात और मूलभूत सुविधाओं के हाल देखकर तो कोई भी कहने को तैयार नहीं है कि औली भी सूबे की विंटर डेस्टिनेशन है।

बता दें कि औली उत्तराखंड का प्राकृतिक सौंदर्य से भरा एडवेंचर टूरिज्म डेस्टिनेशन है जो इंटरनेशनल लेबल पर विंटर स्पोर्ट्स स्कीइंग स्नो बोर्डिंग के लिए जाना जाता है। समुद्र तल से तकरीबन 10 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित इस पर्यटन स्थल में यूरोप के जैसे विंटर स्पोर्ट्स स्कीइंग के स्लोप मौजूद हैं ,जिसे नन्दा देवी अल्पाइन स्कीइंग स्कोप के नाम से जाना जाता है। स्लोप की खास बात यह है कि ये दक्षिण मुखी स्लोप है, इसी खूबी के चलते फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्की FIS (एफआईएस) ने इंडिया में इंटरनेशनल स्कीइंग रेस के लिए औली को मान्यता दी है। ऐसे में औली विकास प्राधिकरण बनने और मास्टर प्लान के तहत औली का अब चौमुखी विकास होगा और औली को इंटरनेशनल विंटर डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाएगा और क्षेत्र के लोगों को इससे रोजगार भी मिलेगा और इससे पलायन भी रूकेगा।

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