जोशीमठ : भारत की कुटुंब व्यवस्था विश्व में अद्वितीय है

Team PahadRaftar

संजय कुंवर जोशीमठ

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जोशीमठ के तत्वाधान में सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जोशीमठ के सभागार में परिवार प्रबोधन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में नरेंद्र जी प्रांत सहबौद्धिक शिक्षण प्रमुख थे उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा की वर्तमान समय में परिवारों में विघटन हो रहा है भौतिकता के युग में हम पाश्चात्य की संस्कृति को अपना रहे हैं। भारत की सनातन संस्कृति से हमारा ध्यान ओझल हो रहा है। यह स्थिति भारत जैसे आध्यात्मिक और प्राचीन देश के लिए स्वीकार्य नहीं है हमने अपना खान-पान वेशभूषा एवं शिक्षा पश्चात संस्कृति पर आधारित अपना ली है परिवारों के मुखिया, माता-पिता अपने बच्चों का प्रबोधन नहीं कर रहे हैं। जिस ओर हमें ध्यान देने की आवश्यकता है भारत की कुटुंब व्यवस्था विश्व में अद्वितीय है इस प्रकार की कुटुंब व्यवस्था विश्व के अंदर किसी भी संस्कृति में नहीं मिलती हम अपने बच्चों का प्रबोधन करेंगे अच्छी संस्कार वहां शिक्षा देंगे समाज की बहुत सारी बुराइयां स्वयं ही समाप्त हो जाएगी हमारे कुटुंब व्यवस्था मजबूत होगी तो समाज मजबूत होगा और जिस देश का समाज सबल होता है वह देश विश्व का नेतृत्व करता है। हम सब सनातनी और सनातन का अर्थ है सदा बना रहे।

हिंदुत्व हमारी एक आदर्श जीवन पद्धति है जीवन में सदआचरण करना सर्वे भवंतु सुखिन:की भावना रखना , वसुधैव कुटुंबकम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा केवल सनातन एवं हिंदुत्व जीवन पद्धति से ही आ सकता है और यह संस्कार हमें परिवार से मिलता है। इस अवसर पर नगर की भारी संख्या में मातृशक्ति प्रबुद्ध जन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए जिला संघ चालक राजेंद्र पंत, जिला प्रचारक राहुल,विभाग प्रचार प्रमुख शंभू प्रसाद चमोला , नगर संघ चालक दाता राम मिश्रा नगर कार्यवाह दर्वेश्वर थपलियाल, नगर बौद्धिक प्रमुख बद्री सिंह नेगी नगर व्यवस्था प्रमुख , दाताराम,संपूर्ण नगर कार्यकारिणी खंड कार्यवाह जगदंबा प्रसाद सामाजिक कार्यकर्ता माधव प्रसाद सेमवाल, सुभाष डिमरी, ऋषि प्रसाद सती किशोर पवार आदि उपस्थित रहे।

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