जोशीमठ : हरिओम रावत का असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुआ चयन, सीमांत में खुशी की लहर

Team PahadRaftar

जोशीमठ के हरिओम रावत बने राजकीय महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर, लोकसेवा आयोग के माध्यम से हुआ चयन, परिजनों और क्षेत्रवासियों में खुशी के लहर

संजय कुंवर

जोशीमठ : हरिओम रावत का चयन उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के माध्यम से राजकीय महाविद्यालय में अंग्रेजी के असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हो गया है। जोशीमठ के प्रेमनगर, परसारी के निवासी हरिओम रावत वर्तमान में गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के अंग्रेजी विभाग में वरिष्ठ शोध अध्येतावृत्ति (एसआरएफ़) पर अपना पीएचडी का शोधकार्य कर रहे हैं।

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हरिओम रावत के माता-पिता जगदीश रावत और मंजू रावत मूलत: नीति घाटी के गाँव गुरुगुटी के निवासी हैं और वर्तमान में प्रेमनगर परसारी जोशीमठ में रहते हैं। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा राजपत्रित अधिकारी वर्ग ‘क’ श्रेणी के पद असिस्टेंट प्रोफेसर पर चयनित होने पर परिजनों और क्षेत्रवासियों में हर्ष का माहौल है।

हरिओम रावत की प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा सरस्वती शिशु एवं सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जोशीमठ में हुई तथा स्नातकोत्तर शिक्षा हेमवती नन्दन बहुगुणा केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से पूर्ण हुई। हरिओम रावत छात्र जीवन से पढ़ने में मेधावी और कुशाग्र बुद्धि के थे। हरिओम ने वर्ष 2019 में यूजीसी-नेट/जेआरएफ जैसी प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षा भी पास की थी।

हरिओम रावत ने अपने पीएचडी शोध की अवधि के समय ‘द अफ्रीकन अमेरिकन वॉइस एज काउंटर डिस्कोर्स टू व्हाइट सुप्रीमेसी’ नामक एक उल्लेखनीय आलोचना की किताब भी लिखी है जिसे अकादमिक जगत में विशेष सराहना प्राप्त हुई। यह किताब देश के तमाम ऑनलाइन बिक्री के मंचो पर उपलब्ध है जिसे पढ़कर अकादमिक शोधकर्ता लाभान्वित हो रहे हैं।

हरिओम रावत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों, माता-पिता को देते हुए बताया कि उनके जीवन में प्रेरणा के कई स्रोत मौजूद रहे मगर उनके ताऊ श्री रघुवीर सिंह रावत और ताई श्रीमती लीला रावत की उनके जीवन में विशेष भूमिका रही हैं जिनके आशीर्वाद से उन्होने यह उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की। उन्होने ने बताया कि कठिन परिश्रम और गहन अध्ययन ही सफलता की एकमात्र कुंजी होती है।

पढ़ाई से इतर हरिओम रावत की संगीत,गायन, साहित्य, योग और घुमक्कड़ी में गहरी रुचि हैं वे देवभूमि उत्तराखंड की लोक संस्कृति को उन्नयन और संरक्षण के लिए कार्य करना चाहते हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य शम्भू प्रसाद चमोला ने बताया हरिओम अपने चयन के बाद सरस्वती विद्या मंदिर में अपने गुरुजनों के आशीर्वाद देने पहुंचे विद्यालय में खुशी की लहर है विद्यालय परिवार ने हरिओम को बधाई दी।हरिओम रावत का लोक सेवा आयोग के माध्यम से असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर चयन क्षेत्र के युवाओं के लिए एक प्रेरणा का कार्य करेगा।

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