रंगोत्सव होली का त्योहार शुरू, बाजार से रौनक गायब, दुकानदार बोले सुबह से एक पैकेट गुलाल बेचना हुआ मुश्किल
संजय कुंवर
रंगो का पर्व होली का त्योहार शुरू हो गया है, लेकिन भूधंसाव प्रभावित सूबे के पहले सीमांत सरहदी नगर जोशीमठ के मुख्य बाजार से होली की रौनक गायब है। नगर क्षेत्र के भूधंसाव प्रभावित रेड जॉन के 1200 मकानों के पुनर्वास और विस्थापन को लेकर चल रही उहापोह की स्थिती के चलते आम जन मानस चिंतित है, जिसका असर बाजारों में भी साफ नजर आ रहा है।औ
तपोवन बस स्टैंड से लेकर टीसीपी मारवाड़ी चौक तक के अपर बाजार जोशीमठ की दुकानों में सन्नाटा पसरा हुआ है। बाजारों में होली के त्योहार की रौनक फीकी नजर आ रही है,तो जोशीमठ नगर के बाजार में चल रही मंदी के कारण होली के रंगों से सजी दुकानें,पिचकारी,गुलाल,मास्क, मुखोटे, गुजिया बनाने के सामान कम ही नजर आ रही हैं। जो दुकानें खुली भी है वहां से भी रौनक गायब नजर आ रही है। पांडुकेश्वर से जोशीमठ बाजार होली का सामान खरीदने पहुंचे होटल कारोबारी राम नारायण भंडारी बताते हैं की इस बार बाजारों से चहल पहल ही गायब है, मुख्य बाजार में तीन चार होली की दुकानें खुली नजर आई है, जिसमें भी सन्नाटा पसरा हुआ है। अपर बाजार में इस तरह होली के सीजन में रौनक गायब होना व्यापारियों के लिए चिंता का विषय है,व्यापारी अजय अग्रवाल कहते हैं कि होली की दुकान तो लगाई है लेकिन सुबह आठ बजे से दुकान खोली है दोपहर तक एक पैकेट रंग गुलाल का नही बिका है। यही रहा तो आगे भी ऐसी ही मंदी झेलने को सभी व्यापारियों को तैयार रहना होगा। दो दशक से जोशीमठ में शूज कारोबार से जुड़े व्यवसाई रणजीत सिंह रावत भी अपने अनुभव साझा करते हुए बताते है की जोशीमठ मार्केट के हालात सही नही हैं,ग्राहकों के इंतजार में सुबह से शाम हो जा रही है।
डिस्काउंट ऑफर देने पर भी ग्राहक दूरी बनाए हुए हैं ।आलम ये हो गया है बाजार में कई दुकानदारों को बिना बोनी के ही पूरा दिन गुजारना पड़ रहा है। जोशीमठ बाजार में व्यापारी बड़ी मंदी का शिकार हो गए हैं। व्यापार मंडल अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी भी बाजार में चल रही इस मंदी के कारण चिंतित दिखाई दे रहे है। उनका कहना है की इस बार होली की रौनक बाजारों में पहले की तरह नजर नही आ रही है और न ही ग्राहक नजर आ रहे हैं, उन्होंने बताया की बाजारों में चल रहे ड्रेनेज सिस्टम सुधारीकरण कार्य को होली के बाद शुरू करने की तहसील प्रशासन से अपील की गई थी जिसपर आश्वासन तो मिला था लेकिन इस बीच बाजार में नाली सुधारीकरण का कार्य शुरू हो गया है। जगह-जगह कीचड़,धूल और गड्ढे हो गए हैं ऐसे में मिठाई की दुकानों से लेकर रंग गुलाल सहित अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान भी कुछ दिन से मंदे चल रहे हैं, ग्राहक ऐसे माहौल में बाजारों का रुख नही कर रहे हैं इस फीकापन के कारण व्यापारी भी खासा चिंतित हैं।