गोपेश्वर : विश्व जुनोसिस दिवस पर कार्यशाला आयोजित

Team PahadRaftar

गोपेश्वर : विश्व जुनोसिस दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय सभागार में कार्यशाला आयोजित की गई। एसीएमओ डा. उमा रावत ने कहा कि लोग, कुत्ता पक्षी और मछलियां पालने के शौकीन होते है। इनका पूरा ख्याल रखते है, मगर आपकी थोडी असावधानी आपकी वजह से आपके पालतू जानवर को गम्भीर बीमारी का शिकार बना सकती है। विश्व प्राणीजन्य दिवस (जूनोसिस डे) ऐसी बीमारियों के प्रति जारूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। जो जानवरों से मनुष्यों में और फिर मनुष्यों से जानवरों में फैलते हैं। जूनोटिक रोग बैक्टीरिया, वायरस, फफूंद अथवा परजीवी से हो सकते है।

डा. शैली यादव ने बताया कि जुनोसिस रोग से बचाव हेतु अपने हाथों को नियमित रूप से साफ करें। बिना पका हुआ भोजन ना करें अगर आपके पास जानवर हैं तो उनकी नियमित जॉंच करवाएं जानवरों को छूने या उनके साथ खेलने के बाद अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं अगर घर में जानवर हैं तो उसे समय समय पर जरूरी वैक्सीन लगाएं। जानवरों के द्वारा छुए, चाटे खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें। डा. अनुराग धनिक ने बताया कि भारत में जोनोटिक रोगों के मामले सबसे ज्यादा देखने में आते हैं उनमें रेवीज,स्केबिज, ब्रूसेलोसिस, स्वाइन फ्लू, डेंगू, मलेरिया, इबोला, इंसेफेलाइटिस, बर्ड फ्लू, निपाह, ग्लैंडर्स, सालमोनेलोसिस, मंकी फीवर/मंकी पॉक्स, प्लाक, हेपेटाइटिस ई, पैरेट फीवर,(टीबी), जीका वायरस, सार्स रोग तथा रिंग वॉर्म आदि शमिल हैं।
जुनोसिस दिवस के अवसर पर राजकीय नर्सिग कॉलेज के छात्र/छात्राओं के बीच पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रीति नेे प्रथम, अनुष्का ने द्वितीय, सिमरन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

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