बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही मंदिर परिसर में पसरा सन्नाटा, नारायण साधनारत
संजय कुंवर
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद अब बदरीनाथ मंदिर परिसर क्षेत्र में पूरी तरह सन्नाटा पसर गया है। अपरान्ह 3बजकर 33मिनट पर कपाट बंद होने के पश्चात उद्धव जी सहित सभी देव डोलियां मंदिर से बाहर आ गई हैं। अब श्री हरि नारायण भगवान की दैनिक पूजाओं का दायित्व मनुष्य से देवताओं के पास आ गया है। देव ऋषि नारद अब शेष शीतकाल मै भगवान बदरी विशाल की पूजाएं संपादित करेंगे,ऐसे में उद्धव जी कुबेर जी सहित आदि गुरु शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी आज रात्रि प्रवास बदरी पुरी में ही करेंगी और कल प्रातः काल में गढ़वाल स्काउट की मधुर बैंड की धुनों के साथ पूज्य पाद रावल जी की अगुवाई में पांडु नगरी पांडुकेश्वर पहुंचेगी, जहां भगवान कुबेर जी और उद्धव जी अपने शीतकालीन प्रवास स्थल में विराजित हो जायेंगे। आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी सोमवार को जोशीमठ के नरसिंह मंदिर मठाआंगन पहुंचेगी,जिसके साथ ही बदरीनाथ धाम की इस वर्ष की यात्रा का सुखद समापन हो जायेगा। वहीं पांडुकेश्वर और नरसिंह मंदिर में भगवान बदरी विशाल जी के शीतकालीन दर्शन भी शुरू हो जायेंगे।