गाडू घडा के साथ बदरीनाथ धाम पहुँची भगवान उद्धव,कुबेर और आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी/देव डोलियाँ
संजय कुँवर बदरीनाथ धाम
श्री बदरी विशाल भगवान के खजाँची भगवान कुबेर भंडारी और उद्धव जी के साथ आदि गुरु शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी व दिव्य तेल कलश आज योग बदरी पांडुकेश्वर से बदरीनाथ धाम के लिए हुई रवाना। जो आज दोपहर में सकुशल श्री बद्रीनाथ धाम पहुँच गई है। जहाँ भगवान कुबेर जी की डोली को अभी बामणी गाँव के माँ नंदा मंदिर में रात्रि विश्राम हेतु रखा गया है जो कल ब्रहम मुहूर्त में पूर्व बदरीनाथ मंदिर में कुबेर द्वार से मंदिर में प्रवेश करेगी, कल प्रातः ब्रहम मुहूर्त 4बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट
इससे पूर्व रविवार को जोशीमठ नरसिंह मंदिर में रेंकवाल समिति जोशीमठ बद्रीनाथ और कमदी थोक की उपस्थिति में मुख्य पुजारी रावल जी की अगवाई में गणेश/लक्ष्मी पूजा अर्चना के बाद आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, तेल कलश व मुख्य पुजारी रावल बदरीनाथ धाम के लिए रवाना हुए।
यात्रा 16मई को जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ योगध्यान मंदिर पांडुकेशर पहुंची और आज यात्रा उद्धव व कुबेर जी और शंकराचार्य की गद्दी सहित बदरीनाथ धाम पहुंच गई है।अभी मंदिर परिसर को गेंदे के पुष्प गुच्छो से सजाया जा रहा है,
18 मई को प्रातःब्रहम मुहूर्त की बेला पर 4.15 बजे बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के बाद भगवान बद्री विशाल का श्री बद्रीश पंचायत की उपस्थिति में महा अभिषेक किया जायेगा।