कोविड के चलते दो सालों बाद शुरू हुई जिला पंचायत की बैठक जिला पंचायत सदस्यों के हंगामे की भेंट चढ़ी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी के उपस्थित न होने पर गुस्साए सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भंडारी ने ज्यूं ही बैठक में सदस्यों को अपनी समस्याएं रखने के लिए कहा सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। आरोप था कि जिला पंचायत की बैठक् में पहले मुख्य विकास अधिकारी को बुलाया जाए उसके बाद बैठक शुरू हो। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष ने कई बार बैठक शुरू कराने का अनुरोध किया। परंतु सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिला पंचायत सदस्यों ने कहा कि अधिकारी जन प्रतिनिधियों की बात सुन ही नहीं रहे हैं। कहा कि अधिकारी उनकी बात गंभीरता से लें, अन्यथा जन प्रतिनिधियों को सामूहिक रूप से इस्तीफा देना होगा। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत स्वतंत्र बाडी है। जिला पंचायत चाहे तो अनपुस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई कर सकती है। जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी भ्ंडारी ने भी अनिश्चितकाल के लिए बैठक स्थगित कर दी।